बेतिया(प.चं.) :: प्लास्टिक के इस्तेमाल से तेजी से फैल रहा है कैंसर जैसे अनेक घातक रोग को देखते हुए प्लास्टिक मुक्त छठ के लिए किया गया आह्वान

शहाबुद्दीन अहमद, कुशीनगर केसरी, बेतिया पश्चिम चंपारण, बिहार। प्लास्टिक के बर्तनों के इस्तेमाल से तेजी से फैल रहा है कैंसर जैसे अनेक घातक रोग। सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त छठ मनाने हेतु अंतराष्ट्रीय स्वच्छता सेनानियों, पर्यावरणवादियों एवं स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एंबेसडरो द्वारा एक बैठक सत्याग्रह फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में किया ! जिसमें प्लास्टिक जैसे दानव से मुक्ति के लिए लोगों को जागरूक करने एवं जन जागरण अभियान के माध्यम से नई जागृति लिए अभियान चलाया जा रहा है !


इस अवसर पर अंतराष्ट्रीय स्वच्छता सेनानी सह ब्रांड एंबेसडर स्वच्छ भारत मिशन डॉ एजाज अहमद (अधिवक्ता) ने कहा कि प्लास्टिक में अस्थिर प्रकृति का जैविक कार्बन होता है जो कैंसर जैसी बीमारी पैदा करने में सक्षम है! सामान्य रूप से प्लास्टिक के कैडमीयम एवं जस्ता जैसी विषैली धातुओं को मिलाया जाता है ताकि प्लास्टिक को रंगीन एवं चमकदार बनाया जा सके। ऐसे प्लास्टिक से बने थैले, प्लास्टिक के पैकिंग में रखें सामग्रियों में धीरे धीरे जहरीले प्लास्टिक के कण प्रवेश कर जाते हैं। ऐसे संक्रमित सामग्रियों के सेवन से हृदय में संक्रमण उत्पन्न हो जाता है। ह्रदय का आकार बढ़ कर घातक बीमारियों का रूप ले लेता है। इसी प्रकार प्लास्टिक में जस्ते के इस्तेमाल से इंसानी मस्तिष्क स्थिर और कमजोर हो जाता है, आज यह बीमारी आम हो गई है। इस अवसर पर ब्रांड एंबेसडर नीरज गुप्ता एवं बैजनाथ कुमार ने कहा कि गर्मी के दिनों में प्लास्टिक के जार में रखें ठंडे पानी के साथ प्लास्टिक के कण पानी में प्लास्टिक के जार के कारण मिश्रित हो जाते हैं। जिससे मनुष्य के शरीर में प्लास्टिक आसानी से प्रवेश कर जाता है। खाने की सामग्रियों का उपयोग प्लास्टिक के बर्तनों में करने से भी प्लास्टिक के कण आसानी से शरीर में प्रवेश कर रहे हैं। जिससे कैंसर, हृदय रोग ,मस्तिष्क रोग जैसी अनेक बीमारियां उत्पन्न हो रही है। जन जागृति के माध्यम से ही आम नागरिकों को जागरूक कर इन सारी समस्याओं से निजात पाया जा सकता है। इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता शंभू शरण शुक्ल, बिहार विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के शोधार्थी शाहनवाज अली एवं जाने माने पर्यावरणवादी अमित कुमार लोहिया ने भी प्लास्टिक मुक्त भारत के लिए अपने विचार रखे।