बेतिया(प.चं.) :: सिविल सर्जन ने पीवीसी वैक्सिंग के टीकाकरण का दिया निर्देश

शहाबुद्दीन अहमद, कुशीनगर केसरी, बेतिया(प.चं.), बिहार। भीषण ठंडी को देखते हुए निमोनिया से ग्रसित रोगी बच्चों की संख्या बढ़ने लगी है। जिसको देखते हुए सिविल सर्जन डॉ अरुण कुमार सिन्हा ने जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, डॉ किरण शंकर झा को निर्देश दिया है कि निमोनिया से ग्रसित बच्चों के पीवीसी वैक्सिंग का प्रतिरक्षण किया जाए।


सिविल सर्जन ने बताया कि पीवीसी वैक्सीन को टीकाकरण में नियमित करने के लिए विभागीय निर्देश मिला हुआ है, जिसको देखते हुए इस वैक्सीन का इस्तेमाल नियमित टीकाकरण के रूप में करने का निर्देश ,जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को दे दिया गया है। इस रोग से ग्रसित बच्चों एवं 65 साल से ऊपर के कुपोषित व्यक्ति में इस रोग का आगमन होता है। जिससे उस रोगी के फेफड़े में बलगम एवं सूजन हो जाता है, जिससे सांस लेने में दिक्कत पैदा होती है ,इस रोग से ग्रसित व्यक्ति खांसी ,बुखार, ठंड लगना, सांस लेने में तकलीफ होना हंसने पर अधिक मात्रा में बलगम का आना, इस रोग की खास पहचान है, यह रोग 2 साल से 5 साल तक के बच्चों में एवं कुपोषित व्यक्ति में अधिक मात्रा में पाया जाता है।
सिविल सर्जन बेतिया ने आगे बताया कि पौस्टिक आहार का सेवन, धूल कण से बचाव ,तरल पदार्थ का सेवन कम करना, गैस आदि से बचाव करना आवश्यक होता है। इस रोग जनित बीमारी में इन सभी वस्तुओं से बचने की सलाह दी गई है, ठंड के मौसम में गर्म कपड़े का प्रयोग करना, गर्म भोजन करना ,गर्म पानी का सेवन करना ,इसका मुख्य इलाज है, इस रोग से ग्रसित बच्चे एवं कुपोषित लोगों को सटीक इलाज के रूप में पीवीसी वैक्सिंग का इंतजाम किया गया है जो इस रोग में सबसे लाभकारी साबित हो रहे हैं ।
उन्होंने आम जनता एवं रोग ग्रसित लोगों से अपील की है कि बच्चों को खासकर इस रोग से बचाने के लिए पीवीसी वैक्सिंग को लेना अनिवार्य कर लें ,ताकि बच्चों के जीवन लीला समाप्त होने से बचाया जा सके और 65 वर्ष ऊपर आयु के कुपोषित लोगों को भी इस ठंड के मौसम में इस रोग से बचने का उपाय बताया गया है।