बेतिया(प.चं.) :: ऐतिहासिक लाहौर घोषणा पत्र की 21 वीं वर्षगांठ पर हुआ भव्य कार्यक्रम का आयोजन

शहाबुद्दीन अहमद, बेतिया(प.चं.), बिहार। आज 21 फरवरी 2020 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन मे भारत-पाकिस्तान के बीच स्थाई शांति के लिए होने वाले ऐतिहासिक लाहौर घोषणा पत्र की 21 वी वर्षगांठ पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों बुद्धिजीवियों एवं छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।इस अवसर पर सर्वप्रथम विश्व में शांति स्थापित करने वाले विभूतियों को याद करते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई! इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद (अधिवक्ता) ने कहा कि आज ही के दिन आज से 21 वर्ष पूर्व 21फरवरी 1999 ई0 को भारत एवं पाकिस्तान के बीच ऐतिहासिक लाहौर घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर हुए थे !ताकि भारत-पाकिस्तान के बीच स्थाई शांति स्थापित की जाए एवं दोनों देशों के बीच विभिन्न गतिरोध को समाप्त कर शांतिपूर्ण तरीके से स्थाई समाधान किया जा सके !इस अवसर पर बिहार विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के डॉ0 शाहनवाज अली एवं स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एंबेसडर डॉ नीरज गुप्ता ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्शों एवं मूल्यों के अनुरूप दक्षिण एशिया में स्थाई शांति के लिए कृतसंकल्प थे! उन्होंने दोनों देशों के बीच स्थाई रूप से शांति लाने का हर संभव प्रयास किया था ताकि दक्षिण एशिया के राष्ट्र विकसित राष्ट्र के रूप में उभर सके! इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता शंभू शरण शुक्ल वरिष्ठ पर्यावरणविद अमित कुमार लोहिया एवं पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा लाहौर घोषणा पत्र द्वारा आरंभ किया गया प्रयास वर्तमान एवं भविष्य के लिए लाभदायक कदम साबित होगा !अगर इस दिशा में दोनों देश ईमानदारी से प्रयास करें! आज भारत और पाकिस्तान आर्थिक मंदी एवं आतंकवाद जैसे दानवो से संघर्षरत हैं !आज दक्षिण एशिया के विभिन्न देशों के बीच आपसी सहयोग एवं व्यापार बढ़ाने की आवश्यकता है!