बेतिया(प.चं.) :: नगर परिषद द्वारा ऐतिहासिक सागर पोखरा का नाम बदलने पर किया विरोध

शहाबुद्दीन अहमद, बेतिया(प.चं.), बिहार। पश्चिम चम्पारण जिला में बेतिया नगर में बेतिया राज का ऐतिहासिक धरोहर सागर पोखरा नाम नही बदला जाये इसके लिये आज जिला के विभिन्न राजनैतिक दलों द्वारा आज बिरोध प्रदर्शन के साथ जिला प्रशासन को स्मारपत्र देकर विरोध किया।नगर विकास विभाग, बिहार सरकार द्वारा पूर्व सांसद स्वर्गीय डॉक्टर मदन प्रसाद जयसवाल की प्रतिमा ऐतिहासिक सागर पोखरा पर स्थापित करने का प्रस्ताव है जो चंपारण वासियों के समझ से बिल्कुल भी उचित नही है। अपने देश में अपने महापुरुषों से प्रेरणा लेकर बेहतर राष्ट्र व समाज बनाने की दिशा में आगे बढ़ते रहने की संस्कृति व परंपरा रही है, गोपाल सिंह नेपाली जो स्वयं नेपाल मूल के थे और उनके पूर्वज सागर पोखरा स्थित मकान में रहते आए थे। वे भारतीय बहुलतावादी समाज में राष्ट्रवाद का झंडा बुलंद करने वाले राष्ट्रीय स्तर के कवि थे महज कविता ही नही उनका सादगी भरा जीवन राष्ट्र को समर्पित था।  उक्त बातें प्रोफेसर परवेज आलम, भाकपा जिला मंत्री ओम प्रकाश क्रान्ति ने सयुक्त रूप से कहा।  उन्होंने आगे कहा कि उनका काव्य पूरे देश की जनता का काव्य है। वह हमारे समाज के लिए पहले भी प्रेरक थे और आज भी है। ज्यादा अच्छा होगा कि स्वर्गीय गोपाल सिंह नेपाली के नाम पर हो। चुकी सागर पोखरा के पास उनका घर था सागर पोखरा पार्क का नामकरण किया जाये. यह नेपाली जी के साथ न्याय होगा और इस कृत्य से हमारी आगे आने वाली पीढ़ी उनसे प्रेरणा लेती रहेगी। पश्चिम चंपारणवासी पूर्व सांसद स्वर्गीय डॉक्टर मदन प्रसाद जायसवाल में नफरत और दंगा की राजनीति के विचार के अलावा कुछ नहीं देखते ऐसे लोगों को ऐसा स्थान पर लाना उचित नहीं, नामकरण करने पर शहरवासियों विरोधियों पार्टियों से भी राय मशवरा करनी चाहिए था किसी व्यक्ति विशेष के नाम पर वह भी राजनीतिक दल का नेता रहा हो उस पर नामकरण कराना शहरवासियों के लिए बुरी खबर होगी। सागर पोखरा का नाम बदलकर किसी राष्ट्रीय कवि, महान स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर रखा जाए तो ज्यादा बेहतर होगा,आम नगरवासियों एवं विरोधी दलों के नेताओं को भी कोई आपत्ति एवं रोष व्यक्त नहीं हो सकेगा।