विजय कुमार शर्मा, बिहार, ढाका। 18 फरवरी 2020 को बीआरसी ढाका के प्रांगण में अनिश्चितकालीन हड़ताल के दूसरे दिन सभा की अध्यक्षता राम बहादुर राम एवं मंच संचालन आनंद शंकर उपाध्याय द्वारा करते हुए कहा कि। उच्च न्यायालय पटना द्वारा नियोजित शिक्षकों को समान काम समान वेतन का निर्णय लिया गया। जिस को लागू करने के बजाय सरकार अपने हठधर्मिता के कारण उच्चतम न्यायालय गई और हमें समान काम समान वेतन नहीं मिल पाया। इसलिए बिहार विधानसभा चुनाव 2020 से पहले संवैधानिक भारत में लोकतांत्रिक तरीके से समान काम समान वेतन सरकार जब तक नहीं देती यह आंदोलन चलता रहेगा।
सभा को संबोधित करते हुए मनोज यादव मोहम्मद तय्यब आनंद किशोर, निर्मला कुमारी ने कहा कि सरकार को शिक्षकों की उपेक्षा महंगी पड़ेगी वहीं मणि भूषण यादव, हरिपथ कुमार, सरफराज अहमद ने कहा कि सरकार पूरे दबाव में है इसलिए अनाप-शनाप चित्रों के माध्यम से शिक्षकों को डरा रही है। लेकिन शिक्षक डरने वाले नहीं हैं। जब शिक्षकों की कोई सेवा शर्त ही नहीं तो किस आधार पर सरकार पत्र जारी कर कार्यवाही की बात कर रही है। धरने मे प्रखंड भर के सैंकड़ों शिक्षक/शिक्षिका उपस्थित थे।