गोरखपुर :: वाईसीआई एन्टरटेन्मेन्ट द्वारा आयोजित पूर्वी फेस्टिवल में स्वदेशी वस्त्र धारण कर स्वदेशी चीजों को बढ़ावा देने का संदेश

आदित्य प्रकाश श्रीवास्तव, कुशीनगर केसरी, गोरखपुर। वाईसीआई एन्टरटेन्मेन्ट द्वारा आयोजित पूर्वी फेस्टिवल की शुरूआत दिनांक 11 नवम्बर को सुबह 9:00 बजे इंटरनेशनल दिल्ली पब्लिक स्कूल में हुई। पूर्वी फेस्टिवल में सबसे मुख्य कार्यक्रम बनंटगिया की आदिवासी महिलाओं की रैंप वाॅक रही। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभांरभ वाईसीआई की चेयर पर्सन सोनिका सिंह और डायरेक्टर गीता सिंह ने दीप प्रज्वलन करके किया। इस अवसर पर आदिवासी महिलाओं द्वारा हुई रैंप वाॅक ने समा बांध दिया। आदिवासी महिलाओं ने स्वदेशी वस्त्र धारण कर स्वदेशी चीजों को बढ़ावा देने का संदेश कार्यक्रम में दिया। पूर्वी फेस्टिवल में स्वदेशी थीम रखने का मुख्य कारण समाज में यह संदेश पहुंचाना था कि लोग स्वदेशी वस्त्रों को धारण करना आरंभ कर दें। कार्यक्रम में बच्चे से बड़े सभी लोग स्वदेशी वस्त्रों में नजर आए। वहीं महिलओं ने कुकिंग रेसिपी, डांसिंग, एक्टिंग, मिमिक्री इत्यादि टैलेंट प्रस्तुत करके दर्शकों की वाहवाही बटोरी।
पूर्वी फेस्टिवल के ग्रेंड फिनाले के दिन प्रतिभागियों ने सिंगिग, डांसिग, ग्रुप डांस, इंस्ट्रुमेंटल, एक्टिंग प्रतियोगिता के आखिरी राउंड में प्रदर्शन देकर सबका मन मोह लिया। निर्णायक मंडल में प्रेमपराया, मीरा सिंह, अर्चना सिंह एक डाॅ राकेश कुमार रहे। पूर्वी फेस्टिवल के गैंंड फिनाले स्वदेशी थीम पर आयोजित हुआ। जिसको सभी दर्शको ने खूब सराहा पूर्वी फेस्टिवल में सभी प्रतिभागियों से लेकर निर्णायक मंडल सम्मानित लोग डायरेक्टर गीता सिहं चेयर पर्सन सोनिका सिंह सभी स्वदेशी कपड़ों में देखें गए। पूर्वी फेस्टिवल की शाम में तब चार चांद लग गए जब वन टांगिया गांव की आदिवासी महिलाओं एवं बच्चों ने स्वदेशी वस्त्र धारण कर फैशन शो के मंच पर चले। पूर्वी फेस्टिवल के कंपटीशन के विजेता के रूप में मृगयानशी, मुकुंद, अग्रिमा, अंजना, अनिल दिव्या एवं प्रिंस और प्रिंसेस उत्तर प्रदेश में समायरा एवं शुभांग विजई रहे। मिस एंड मिसेज एलिगेंट का खिताब नीलांजना एवं संयोगिता के नाम रहा।
डाॅ प्रियंका श्रीवास्तव विशिष्ट अतिथि और डाईरेक्टर जफर खान विशेष अतिथि के रूप में रहे। समाज के विभिन्न क्षेत्रों को बढ़ावा देने वाले एवं समाज के निम्नतम स्तर के लोगों के लिए कार्य करने वाले लोगों को पूर्वी फेस्टिवल में सम्मानित कर अवार्ड दिया गया। जिसमें राकेश श्रीवास्तव, सुनील राजा, डाॅक्टर एम0 डी0 बर्मन, मनोज गौतम, हरि प्रसाद सिंह, अर्चना सिंह, रवीन्द्र कुमार, करूणा बंधानी, रमाशंकर सिंह, शालिनी श्रीवास्तव, श्री नारायण पांडेय, रविंद्र मिश्रा, राजीव सेठ, पवन गुप्ता आदि रहे। इन सभी लोगों को पूर्वी फेस्टिवल में सम्मानित किया गया। गुरू हनुमान गंगानी के निर्देशन में कथक नृत्यांगनाओं ने कथक नृत्य की प्रस्तुति की। जिसमें थाॅट, आमद, परन, चक्करदार परन, कविता ठुमरी आदि की प्रस्तुति कर माहौल कत्थकमय बना दिया। वाई सी आई एंटरटेनमेंट के सदस्य क्रमशः शिवदास चक्रवर्ती हनुमान गंगानी, सुबोध श्रीवास्तव, विष्णु श्रीवास्तव, आकाश गुप्ता, मिली चक्रवर्तीए, सनी कुमार, विवेक, अश्रिनी शर्मा आदि उपस्थित रहें। वाई सी आई की चेयर पर्सन सोनिका सिंह ने वाई सी आई एंटरटेनमेंट की समिति के सदस्यों को स्टेज पर बुलाकर सम्मानित कर कार्यक्रम के आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। सहायक के रूप में अनुभूति कमला हाॅस्पिटल, केएनक्यू, फेमिना इंस्टिट्यूट, प्रतिभा, दृष्टि प्रेस रहे।इस दौरान वाईसीआई की चेयर पर्सन सोनिका सिंह ने बताया की हमारे कल्चर में ऐसी बहुत सी चीजें है जिसे लेकर हम सभी बहुत आगे जा सकते हैं जिसमें से एक हमारे स्वदेशी वस्त्र है जिसे पहन कर हर महिला खूबसूरत दिख सकती है। मिस और मिसेज ऐलिगेंट उत्तर प्रदेश में प्रतियोगिता में गर्भवती महिलाओं श्वेता सिंह, उपमा सिंह, ने भी रैम्प वाॅक की। पूर्वी फेस्टिवल के पहले दिन में मिस और मिसेज एलिगेंट उत्तर प्रदेश की ग्रुमिंग शेसन का आयोजन हुआ। जयपुर से आए हुए ग्रूमिंग ट्रेनर हिमांशु राय ने प्रतिभागियो को ट्रेनिंग दी। कार्यक्रम के दूसरे दिन कंपटीशन में भाग लेने वाले प्रतिभागियो के नाम.आशी मायरा, भव्या, विदुषी, समायरा, वागमिता, अंतिका, राजनंदिनी, तनय, शुभांग, इंशान, बागिश, आदित्य, रोहित, निशांत आदि है। मिस और मिसेज ऐलिगेंट उत्तर प्रदेश में भाग लेने वाले प्रतिभागियों के नाम क्रमशः नीलांजना, मीनू, आद्रिका, वंदना, खुशबू, श्रेता सिंह, अर्चना, उपमा, प्रतिमा, सपना इत्यादि है। इन प्रतिभागियों में अपनें टैलेंट का प्रदर्शन करके दर्शकों को अचंभित कर दिया। कार्यक्रम के समापन में वाईसीआई की डायरेक्टर गीता सिंह ने सब का आभार व्यक्त किया।