बेतिया(प.चं.) :: घटना के 2 महीना बाद पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज

शहाबुद्दीन अहमद, कुशीनगर केसरी, बेतिया, बिहार। स्थानीय मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बैजनाथपुर में 2 महीना पहले हुए एक घरेलू के विवाद के मामले में शनिवार को एफ आई आर दर्ज की गई है, पुलिस के इस लापरवाही पर आमजन में रोष व्याप्त है, हालांकि पुलिस ने घटना के 4 दिन बाद ही मामले में घायल लोग लवकुश का बयान दर्ज किया था जिसमें घायल लव कुश ने पुलिस को बताया था कि 10 अक्टूबर की रात तो वह अपने घर में था तभी उसके भाई धर्मेंद्र शाह का बेटा आया और उसके घर में सोच कर दिया लव कुश ने जब उससे साफ करने को कहा तो धर्मेंद्र साह, चंदन साह, आशा देवी ,आरती देवी उसके साथ तो गाली गलौज- मारपीट करने लगे ,विरोध करने पर और सब ने मिलकर उसकी पिटाई कर दी ,पुलिस ने मामले में 14 अक्टूबर को घायल के बयान दिया था ,लेकिन मामला दर्ज करने में पुलिस को तकरीबन दो माह का समय लग गया इससे यह स्पष्ट होता है कि पुलिस संबंधित परिजनों से सुविधा शुल्क के चक्कर में प्राथमिकी दर्ज नहीं की थी इस तरह की घटना थाना प्रभारियों के द्वारा प्रतिदिन घट रही है जो पुलिस प्रशासन पर विश्वासघात करने का इल्जाम लग रहा है इसी तरह की कोई घटना विभिन्न पुलिस थानों की संवाददाता को मिल रही है मगर पुलिस प्रशासन है कि बगैर सुविधा शुल्क के कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं करती है अगर आवेदन करता थाना पर प्राथमिकी दर्ज कराने जाता है तो डांट फटकार कर गाली गलौज करता उसे भगा दिया जाता है जब वही आवेदन करता पैसा दे देता है तो आसानी से प्राथमिकी दर्ज हो जाती है इस तरह की कई घटनाएं सामने आ रही हैं मगर पुलिस प्रशासन है कि सुधरने का नाम नहीं ले रही है और पुलिस- पब्लिक संबंधों पर इस तरह की घटना होने पर पुलिस की विश्वसनीयता समाप्त होती जा रही है और आम लोगों का पुलिस पर से विश्वास उठता जा रहा है जिसे मानवाधिकार का हनन कहा जाए तो बेजा नहीं होगा।