कुशीनगर :: जिला गन्ना अधिकारी को भाकियू (भानु) के कार्यकर्ताओं ने सौपा ज्ञापन

डेस्क, कुशीनगर केसरी, कुशीनगर। भारतीय किसान यूनियन (भानु) की जिला इकाई, कुशीनगर के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह लगातार माँग कर रहे है मगर राज्य की योगी सरकार किसानों की समस्याओं को अनदेखा और नजरअंदाज करती जा रही है जो एक चिन्ता और चिन्तन का विषय है|


यूनियन के जिलाध्यक्ष श्री सिंह की अगुवाई में यूनियन के कार्यकर्ताओं और किसानों ने मिलकर सात सूत्रीय माँगों का ज्ञापन जिला गन्ना अधिकारी को सौपते हुए अगवत कराये है कि लक्ष्मीगंज गन्ना समिति सर्किल संख्या 3 (तीन) लालाछपरा के किसानों का गन्ना विगत कई वर्षों से त्रिवेणी इंजीनियरिंग वर्क्स लि० रामकोला (पंजाब) चीनी मील को पेराई के लिये जाता रहा है। पिछले पेराई सत्र 2018-2019 के मध्य कनौडिया सुगर फैक्ट्री, कप्तानगंज को आबंटित कर दिया गया और पुन: इसी सत्र के अन्त में रामकोला (पंजाब) और कनौडिया सुगर फैक्ट्री, कप्तानगंज दोनों जगह पेराई के लिये कर दिया गया और इसी पेराई सत्र में कनौडिया सुगर फैक्ट्री, कप्तानगंज में मील के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा किसानों के ऊपर घोर अत्याचार और मारपीट करने का आरोप भी लगाया गया था जो किसानों के साथ घोर अन्याय था| यदि भविष्य में ऐसी घटना दुवारा जनपद के किसी चीनी मील द्वारा किसानों के ऊपर किया गया तो हमारा यूनियन द्वारा उस चीनी मील के अधिकारियों और कर्मचारियों को ईट का जवाब पत्थर से देने का कार्य करेगा| पेराई सत्र 2019-20 में लक्ष्मीगंज गन्ना समिति सर्किल संख्या 3 (तीन) लालाछपरा का गन्ना रामकोला (पंजाब) चीनी मील द्वारा कलेन्डर निर्गत किया गया और प्रथम पक्ष की पर्चियां भी निर्गत की गयी जिसकी आपूर्ति रामकोला पंजाब चीनी मील को किया गया उसके बाद भी सर्किल 3 का गन्ना मनमाने ढंग से बिचौलियों को लाभ पहुंचाने हेतु क्षेत्र का गन्ना पिपराईच चीनी मील को आबंटित कर दिया गया जो इस सर्किल के किसानों के साथ घोर अन्याय योगी सरकार द्वारा किया जा रहा है| इस सम्बन्ध में लक्ष्मीगंज गन्ना समिति सर्किल संख्या 3 (तीन) लालाछपरा के किसानों द्वारा एक पत्रक दिनाँक 23 सितम्बर 2019 को आपके कार्यालय में दिया गया था मगर आजतक आपके द्वारा उस पत्रक पर कोई कार्यवाही नही किया गया जो यह दर्शाता है कि किसानों के हित में आपका रवैया बिल्कुल उदासीन नजर आ रहा है और आप सिर्फ बन्द कमरे में बैठकर किसानों के ऊपर अपनी तानाशाही मत दिखाए। पिपराईच चीनी मील द्वारा काटें की ब्यवस्था भी किया गया मगर एक एक सप्ताह तौल होने में लग जा रहा है| किसानों के गन्ने का डिफर और भुगतान कनौडिया सुगर फैक्ट्री, कप्तानगंज पर क्रमश: पेराई सत्र 2002-03 और 2018-19 का बाकी है उसे कराने के लिये आपके द्वारा अभी तक कोई ठोस कदम नही उठाया गया साथ ही साथ कप्तानगंज गन्ना समिति में गन्ना पड़ताल के नाम पर घोर धांधली किया गया है जिन किसानों के पास गन्ना है उनका पड़ताल नही हुआ है और कुछ गन्ना माफिया है उन गन्ना माफियाओं के नाम से झूठा पड़ताल करके गन्ना पर्ची द्वारा धनउगाही का कार्य किया जा रहा है| जनपद के सेवरहीं चीनी मील के लुबनिया कांटे पर किसान अपने गन्ने को लेकर दो दो सप्ताह तक पडे रहते है वहाँ पर पर्ची का कोई ठिकाना नही है और उनका सुध लेनें वाला कोई नही है| यूनियन के जिलाध्यक्ष श्री सिंह ने माँग किया है कि पेराई सत्र 2019-20 में लक्ष्मीगंज गन्ना समिति सर्किल संख्या 3 (तीन) लालाछपरा का गन्ना पिपराईच चीनी मील पर आबंटित किया गया है उसे त्रिवेणी इंजीनियरिंग वर्क्स लि० रामकोला (पंजाब) चीनी मील को दिया जाय| पेराई सत्र 2018-19 में लक्ष्मीगंज गन्ना समिति सर्किल संख्या 3 (तीन) लालाछपरा का गन्ना जो कनौडिया सुगर फैक्ट्री, कप्तानगंज में गया है उसे किसानों के बेसिक कोटा में शामिल किया जाय| पेराई सत्र 2002-03 में जो किसानों का गन्ना कनौडिया सुगर फैक्ट्री, कप्तानगंज में गया है उसके डिफर का भुगतान 15% ब्याज के साथ तत्काल कराया जाय| पेराई सत्र 2018-19 में जो किसानों का गन्ना कनौडिया सुगर फैक्ट्री, कप्तानगंज में गया है उसका भुगतान 15% ब्याज के साथ तत्काल कराया जाय| कप्तानगंज गन्ना समिति में जो पड़ताल के नाम पर धांधली किया गया है उसकी जाँच कराकर उनके ऊपर कार्यवाही किया जाय साथ ही साथ जिन किसानों का गन्ना पड़ताल नही हुआ है उसका पड़ताल कराया जाय| सेवरहीं चीनी मील के लुबनिया कांटे के ऊपर तौल समय से कराया जाय और किसानों को पर्ची उपलब्ध करायी जाय| पिपराईच चीनी मील द्वारा जो कांटा लक्ष्मीगंज में लगा है उसका तौल समय से कराया जाय| अन्त में ज्ञापन के माध्यम से श्री सिंह ने बताया है कि यदि दिनाँक 26 दिसबर 2019 तक नही आपके द्वारा उपरोक्त माँगों का समाधान नही किया जाता है तो हमारे यूनियन द्वारा दिनाँक 27 दिसम्बर 2019 को लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मील गेट पर एक दिवसीय किसान महापंचायत लगवाया जायेगा और उसी दिन किसान हित में आरपार की लड़ाई लड़ने के लिये इस क्षेत्र के किसान मजबूर होंगे जिसका पूरा श्रेय शासन प्रशासन को जायेगा| इस मौके पर मृत्युंजय नाथ दुबे, बलराम राय, कृष्ण गोपाल चौधरी,रामाश्रय वर्मा, चेतई प्रसाद, कन्हैया वर्मा,पप्पू प्रसाद,झंनन प्रसाद के साथ साथ अन्य कार्यकर्ता और किसान मौजूद रहे।