शहाबुद्दीन अहमद, बेतिया(प.चं.), बिहार। स्थानीय गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल के फीमेल वार्ड का प्लास्टर आधी रात को गिरने से वार्ड में भर्ती मरीज बाल-बाल बच गए, छत गिरने के बाद करीब आधा घंटा तक वार्ड में अफरा-तफरी मची रही, छत का प्लास्टर उस जगह गिरा जहां मरीजों का बेड नहीं लगा हुआ था, गनीमत यही थी कि उस समय वहां रोगी और उसके परिजन उपस्थित नहीं थे, सूचना मिलने पर अस्पताल अधीक्षक डॉ डीके सिंह, उपाध्यक्ष श्रीकांत दुबे सहित इमरजेंसी सेवा में तैनात चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी पहुंच गए, उसके बाद गेट के सामने जोरदार आवाज हुई , रोगी एवं उसके परिजन इधर-उधर भागने लगे। पता चला है कि 12:00 बजे रात को तेज आवाज हुई रोगी एवं परिवार के लोगों ने बताया कि हम लोगों को पता चला के शायद फीमेल वार्ड में गोली चली है। आवाज से लोग इधर उधर भाग रहे थे गेट के सामने ही छत का प्लास्टर गिर गया है।
अस्पताल प्रशासन की यह लापरवाही से रोगियों की स्थिति भी दयनीय हो गई है, छत का प्लास्टर गिरने के कारण अस्पताल प्रशासन ने फीमेल वार्ड में छत का प्लास्टर गिरने के जो हादसा हुआ उस समय वार्ड में 22 मरीज भर्ती के साथ तो उनके परिजन भी वार्ड में उपस्थित थे, हालांकि इस घटना के बाद अस्पताल प्रशासन ने फीमेल वार्ड को दूसरे जगह वार्ड में शिफ्ट कर दिया है , जहां नशा मुक्ति केंद्र चल रहा है। वार्ड के छत की जर्जर हालत को देखते हुए शिफ्ट किया गया है।
बताते चलें कि सरकारी मेडिकल कॉलेज में चारों ओर भवन निर्माण का काम चल रहा है मगर पुराने वार्डों में जहां मरीज जीवन मौत से जूझ रहे हैं वहां की स्थिति बहुत दयनीय है अगर जल्द ही सभी वार्डों को सुरक्षित स्थान पर नई शिफ्ट किया गया तो इसी तरह की घटनाएं प्रतिदिन घटती रहेंगे, जिससे रोगी व उनके परिजनों के मरने की आशंका बनी रहेगी।