मिर्जापुर :: डीएम ने गौ आश्रय स्थलों का किया निरीक्षण

अन्नपूर्णा श्रीवास्तव, मिर्जापुर। जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल ने विकासखंड लालगंज के ग्राम सभा बामी में स्थापित गौ आश्रय स्थल का आकस्मिक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित अधिकारियों से एक-एक पशुओं की गणना कराई गई तथा रजिस्टर से मिलान कराया गया। इस दौरान ग्राम प्रधान राकेश त्रिपाठी व पशु चिकित्साधिकारी ने जिलाधिकारी को बताया कि इस गौ आश्रय स्थल में 380 गोवंश हैंं।जबकि जिलाधिकारी द्वारा गिनवाने के बाद 421 गौवंश पाए गए। बताया गया कि 2 दिन पूर्व कुछ गोवंश पुलिस के द्वारा पकड़ा गया था जिसे यहां पर रखा गया है। इन 41 गोवंश के इयर टैग न लगे रहने पर जिलाधिकारी ने कहा कि बिना इयर टैग लगाए कोई भी गोवंश आश्रय स्थल के अंदर ना रखा जाए। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि जो गोवंश बिना इयर टैगिंग के हैैं उनका आज ही टैगिंग की जाए। उन्होंने अपने सामने हीं टैैैगिंग शुरू कराया। शेड के बाहर जहां पर पशु रह रहे हैं वहां पर पत्थर के पटिया लगाने का भी निर्देश ग्राम प्रधान को दिया तथा कहा कि शेड व चरही का निर्माण और पटिया लगाने भी निर्देश दिया। उक्त स्थल पर चन्नी का कार्य प्रगति पर है परंतु कार्य में तेजी लाकर पूर्ण कराने का निर्देश दिया। भूसा गोदाम बनाने के लिए जिलाधिकारी ने बताया कि यहां पर गोदाम बनाने के लिए धनराशि स्वीकृत कर दी गई है निर्माण कराया जाए। उन्होंने निरिक्षण के दौरान बाउंड्री के बाहर जाली लगाने का भी निर्देश दिया ताकि कोई जानवर बाहर न जाए। रोड की तरफ निर्माणाधीन नाली के कार्य को भी शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया ताकि आश्रय स्थल के अंदर का पानी बह जाय। गर्मी से पशुओं को बचाने के लिए निर्माणाधीन शेड के कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया गया। संबंधित चिकित्सक व मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कार्य के प्रति स्वयं निगरानी रखें तथा 3 दिन में प्रगति से अवगत कराएं। तदुपरांत जिलाधिकारी ने हालिया विकासखंड के ग्राम सभा गलराा के गोवंश आश्रय स्थल का भी निरीक्षण किया। जहां पर ग्राम प्रधान द्वारा 450 मीटर का सड़क मनरेगा से बनवाने की मांग की गई।जिस पर जिलाधिकारी द्वारा खंड विकास अधिकारी हालिया से वार्ता कर तत्काल मनरेगा से धनराशि स्वीकृत कर सड़क निर्माण कराने का निर्देश दिया गया। इस आश्रय स्थल में भूसा रखने के लिए गोदाम नहीं है। जिस पर प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। सभी जानवरों टैगिंग का एक क्रमिक रजिस्टर बनाने का भी निर्देश दिया गया। निरीक्षण के दौरान चारे व पानी की उचित व्यवस्था पाई गई। इस गोवंश आश्रय स्थल में कुल। 187 पशु बताया गया। इस दौरान मुख्य पश चिकित्साधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी अरविंद कुमार के अलावा अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।