बगहा(प.चं.) :: पर्यावरण को शुद्ध रखने में सहयोग करने के उद्देश्य से खेतों में फसल अवशेष नही जलाने का शिक्षक एवं बच्चों ने लिया शपथ

विजय कुमार शर्मा, कुशीनगर केसरी, बिहार। पर्यावरण को शुद्ध रखने में सहयोग करने के उद्देश्य से राo उo मध्य विद्यालय, पचरुखा में WWF इंडिया 'एक पृथ्वी' 'पर्यावरण की पोटली' के प्रभारी शिक्षक सुनिल कुमार द्वारा 'फसल अवशेष प्रबंधन' की जानकारी दी गई। शिक्षक ने 'फसल अवशेष प्रबंधन' कार्यक्रम के तहत बच्चों को खेतों में फसल अवशेष नही जलाने, उससे होने वाले पर्यावरणीय एवं स्वास्थ्य संबन्धी नुकसान तथा निदान के बारे में बताया तथा परिवारजनों एवं सगे सम्बन्धियों को भी इसके बारे में बतलाने एवं फसल अवशेष प्रबंधन के लिए प्रेरित करने हेतु शपथ दिलाया गया।


शिक्षक ने बच्चों को समझाते हुए बताया कि खेतों में पुआल, फसल अवशेष जलाने से मिट्टी में उपस्थित जैविक कार्बन, उर्वरा शक्ति, ह्यूमस, पोषक तत्व, खेत के लिए आवश्यक सूक्ष्मजीव आदि नष्ट हो जाते हैं जिससे उत्पादन पर प्रभाव तो पड़ता ही है साथ हीं वातावरण में कार्बन-डाइ-ऑक्साइड की मात्रा बढ़ती है जिसके कारण पर्यावरण प्रदूषित होता है। खेतों में फसल अवशेष जलाने से साँस लेने में समस्या, आँखों में जलन, नाक एवं गले की समस्या बढ़ती है। फसल अवशेष को जलाने के बदले उसका उपयोग मिट्टी में मिलाने तथा वर्मी कम्पोस्ट बनाने, पशुओं के लिए चारा, उपयोगी उत्पाद बनाने में किया जा सकता है। शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने सामूहिक रुप से शपथ ग्रहण किया तथा पर्यावरण को शुद्ध रखने में सक्रिय सहयोग करने को कहा। मौके पर प्रधानाध्यापक उमेश प्रसाद साह, धर्मेंद्र भारती, सुनिल कुमार, अभिमन्यु कुमार, महेश कुमार, शशि कुमारी, नरेंद्र पाण्डेय, स्थानीय ग्रामीण आदि उपस्थित रहे।