बेेतिया(प.चं.) :: शहर में चोरी की घटना थमने का नाम नहीं ले रहा है और पुलिस प्रशासन बना मूकदर्शक

शहाबुद्दीन अहमद, कुशीनगर केसरी, बेतिया पश्चिम चंपारण, बिहर। स्थानीय नगर थाना क्षेत्र के कई शहरी एवं देहाती इलाकों में चोरी की घटनाएं चरम सीमा पर पहुंच गई है, दिन प्रतिदिन कहीं न कहीं चोरी की घटनाएं सामने आ रही है। इसी क्रम में मनुआपुल ओपी क्षेत्र के मेहंदिया बारी के मंजूर आलम के घर से चोरों ने लाखों का सामान चुरा लिया है। मंजूर आलम ने इस बाबत बताया कि इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने आगे बताया कि वह परिजन के साथ इलाज के लिए पटना गए थे। इसी दरमियान घर बंद करके गए थे ,जब वापस आए तो देखा का घर का दरवाजा टूटा हुआ है और घर से लाखों रुपए के आभूषण, कपड़े ,नकदी आदि गायब थे, मनुआपुल पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
इसी संबंध में, दूसरी घटना में थाना क्षेत्र के ही खुशी टोला निवासी दीपक कुमार का मोबाइल तथा दो लैपटॉप चोरी कर ली गई है, इसको लेकर पीड़िता ने थाने में आवेदन देकर बताया है कि वह अपनी खुशी टोला के घर पर 1 नवंबर को करीब आधी रात्रि तक लैपटॉप से काम किया था, और फिर सो गए रात्रि में अज्ञात चोरों के द्वारा उनके घर में घुसकर दो लैपटॉप, थिंकपद, तथा दूसरा डेल कंपनी का लैपटॉप एवं दो मोबाइल एंड्राइड तथा साइकिल , घड़ी आदि सामान की चोरी कर ली गई है।


इस संबंध में थानाध्यक्ष ने बताया कि श्याम किशोर पंडित ने बताया कि पीड़िता के द्वारा दिए गए आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर लिया गया है ,इस संबंध में अग्रिम कार्रवाई की जा रही है तथा अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस बल की तैनाती कर छापेमारी शुरू कर दी गई है।
इस तरह देखा जाए तो प्रतिदिन शहर के किसी ना किसी मोहल्ले या वाडों में चोरी की घटनाएं उजागर हो रही है। मगर पुलिस गश्ती दल अपनी ड्यूटी सही नहीं करने के कारण रातों में चोरी की घटनाएं अधिक हो गई है। जिसके कारण लोग परेशान हैं और प्राथमिकी दर्ज करने के बाद भी अपराधियों की धरपकड़ जल्दी से नहीं हो पा रही है जिससे अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है और चोरी की घटनाएं भी दिन-प्रतिदिन आसमान पर चढ़ कर बोल रही है। अगर पुलिस प्रशासन इस पर नियंत्रण नहीं कर सकता है तो गश्ती दल का करना बेकार साबित हो रहा है। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि रात्रि गश्ती दल की चौकसी से करें तभी जाकर शहर में चोरी की घटनाएं पर नियंत्रण हो सकेगा, अन्यथा नगर पुलिस प्रशासन की असफलता सामने आती रहेगी।