बेतिया(प.चं.) :: भारत की स्वतंत्रता में प्रेस की भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता : डाक्टर एजाज

शहाबुद्दीन अहमद, कुशीनगर केसरी, बेतिया(प.चं.) बिहार। आज १६ नवंबर को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया ! इसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवी एवं छात्र-छात्राओं ने भाग लिया ! इस अवसर पर भारत समेत विश्व के अनेक हिस्सों में प्रेस की स्वतंत्रता एवं कर्तव्य का निर्वाह करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले पत्रकारों एवं मीडिया कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई एवं उनके लोकतंत्र एवं विश्व शांति के लिए किए गए कार्य में भूमिका पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला गया !


इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय पीस एंबेसडर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ0 एजाज अहमद ने कहा कि भारत में 16 नवंबर 1966 से पत्रकारिता परिषद बखूबी कार्य कर रहा है!  भारत समेत विश्व के अनेक देशों में पत्रकार एवं मीडिया कर्मी ने प्रेस की स्वतंत्रता एवं विश्व शांति के लिए विगत कई सदियों से कार्य कर रहे हैं! भारत की स्वतंत्रता में प्रेस की भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता! देश की आजादी के बाद विशेष रुप से आपातकाल के समय भारतीय पत्रकारिता ने निष्पक्ष होकर जनमानस की आवाज सत्ता तक पहुंचाई! वह अपने आप में बेनजीर है! इस अवसर पर बिहार विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के शोधार्थी शाहनवाज अली एवं स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एंबेस्डर नीरज गुप्ता ने कहा कि आज के समय में पत्रकारों एवं भारतीय मीडिया की यह जिम्मेदारी बनती है कि दिलों को जोड़ते हुए भारतीय लोकतंत्र को और भी मजबूत बनाने में अपना योगदान दें! अनेक सामाजिक लक्ष्य को पाना अभी बाकी है ताकि भारत एक विकसित राष्ट्र बन सके!