बेतिया(प.चं.) :: कार्य में लापरवाही बरतना पड़ा महंगा, वेतन भुगतान पर लगी रोक

शहाबुद्दीन अहमद, कुुशीनगर केसरी, बेतिया पश्चिम चंपारण बिहार। जिला में संचालित केंद्र प्रायोजित महत्वपूर्ण योजना, यक्ष्मा नियंत्रण में जिले को फिसड्डी साबित हुआ है। जिसको लेकर राज्यक्षमा कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ मेजर के एन सहाय ने यक्ष्मा विभाग के वरीय पदाधिकारियों व कर्मियों की सैलरी भुगतान पर रोक लगाने का आदेश निर्गत किया है, साथ ही अन्य कर्मियों के वेतन से 5% कटौती का निर्देश, सिविल सर्जन, डॉ अरुण कुमार सिन्हा को दिया है, इसआदेश को पारित हो जाने पर कर्मचारियों और पदाधिकारियों में हड़कंप मच गई है।


इसी तरह एक दूसरे घटना में, कार्यपालक अभियंता के वेतन भुगतान पर भी रोक लगाने का निर्देश जारी हुआ है। इस संबंध में पता चला है कि रामनगर प्रखंड के बनकटवा करमाहिया पंचायत में नल -जल और पक्की गली-नाली योजना के स्थल जांच के दौरान गायब मिले स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन प्रमंडल2 के कार्यपालक अभियंता, रवि शंकर पासवान फस गए हैं। जिलाधिकारी डॉ नीलेश चंद्रदेवरे ने इसे गंभीरता से लेते हुए कार्य पालक अभियंता के वेतन भुगतान पर रोक लगा दिया है ,स्पष्टीकरण तलब किया है, स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं होने पर अभियंता पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कर्मियों और पदाधिकारियों के काम के प्रति उदासीनता आम बात बन गई है ,केवल मासिक भुगतान लेना और सरकारी लाभ का फायदा उठाना ही उनका मकसद बन कर रह गया है, काम करना तो दूर, समय पर उपस्थित रहना भी इनके लिए बड़ी कठिन समस्या बन गई है ,मगर प्रतिमाह इनकी सैलरी इनके बैंक खाते में चले जाने के कारण इनके कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है कि काम करके पैसा लेना चाहिए, इसी क्रम में कर्मचारियों व पदाधिकारियों के वेतन भुगतान पर रोक लगाना बहुत हद तक सही हो रहा है।