बेतिया(प.चं.) :: कवि गोपाल सिंह नेपाली की चर्चित पुस्तक हिमालय ने पुकारा की हीरक जयंती सह सम्मान समारोह का किया गया आयोजन

शहाबुद्दीन अहमद, कुशीनगर केसरी, बेतिया पश्चिम चंपारण, बिहार।  महाराजा पुस्तकालय बेतिया के सभागार भवन में गीतों के राजकुमार कवि गोपाल सिंह नेपाली की चर्चित पुस्तक हिमालय ने पुकारा की हीरक जयंती सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जहां गीतों के राजकुमार कविवर गोपाल सिंह नेपाली की चर्चित पुस्तक हिमालय ने पुकारा के हीरक जयंती सह सम्मान समारोह में सम्मानित लोगों में राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को पटना में किए गए जन सेवा हेतु तथा नारी वीरांगना सम्मान हेतु डॉ शांति जैन, पद्म श्री ऊषा, किरण खान, शैलेंद्र प्रताप, डॉ कुमार अरुणोदव आदि को सम्मानित किया गया।


वहीं इस समारोह को संबोधन के रूप में डॉक्टर सविता नेपाली, रविंद्र नाथ मिश्र, भूपेंद्र, यदुवेंद्र यादव, जितेश कुमार द्विवेदी, निखिल कुमार आदि ने कार्यक्रम को संबोधित किया। वहीं सभी वार्ता के द्वारा दो शब्द के विचारों में कविवर गोपाल सिंह नेपाली की जीवनी एवं रचना व गीतों पर प्रकाश डालते हुए कहा गया कि यह बेतिया के लिए महान गौरव की बात है कि कविवर नेपाली की जन्म धरती बेतिया है। वे अपने समस्त चंपारण वासियों के लोगों से बहुत लगाव, व प्यार करते थे। हिंदी साहित्य के प्रखर गीतकार जाने जाते थे। वही सविता नेपाली ने उनके लिए जीवित रहते उनकी स्मृति को अक्षुण्ण रखने का कार्य करेंगी। कविवर गोपाल सिंह नेपाली की कविताओं ने भारत भर को प्रभावित किया और फिल्मों में जाकर जब कविवर नेपाली ने दर्शन दो घनश्याम, मेरे पिया गए रंगून एवं मुझे अपनी शरण में ले लो राम तथा मन डोले तेरा तन डोले जैसे गीत लिखे तो उनकी ख्याति और बढ़ गई ।