बेतिया(प.चं.) :: मुस्लिम समुदाय के परित्यक्ता व तलाकशुदा महिलाओं का होगा डेटाबेस तैयार : जिला पदाधिकारी

शहाबुद्दीन अहमद, कुुशीनगर केसरी, बेतिया पश्चिम चंपारण बिहार। जिले के अंतर्गत मुस्लिम समुदाय के परित्यक्ता व तलाकशुदा महिलाओं को आर्थिक रूप से सुदूर और स्वावलंबी बनाने को लेकर जिला प्रशासन की ओर से कवायद शुरू कर दी गई है। मुस्लिम परित्यक्ता व तलाकशुदा महिलाओं का डाटाबेस तैयार किया जाएगा। चिन्हित महिलाओं को सरकार की ओर से एकमुश्त ₹25 हजार उपलब्ध कराई जाएगी ।जिलाधिकारी डॉ नीलेश रामचंद्र देवरे ने पंचायत वार सर्वेक्षण कर मुस्लिम परित्यक्ता व तलाकशुदा महिलाओं की सूची तैयार कराने का निर्देश जिलाधिकारी महोदय ने जिला अल्पसंख्यक कल्याण- पदाधिकारी ,बैजनाथ प्रसाद को दी है।


डीएम ने बताया कि मुस्लिम -परित्यक्ता व तलाकशुदा सहायता योजना सरकार की अति- महत्वाकांक्षी एवं महत्वपूर्ण योजना है ,इसका उद्देश्य है कि महिलाएं समाज में सम्मान से जीवन व्यतीत करें, उनको किसी तरह की परेशानी नहीं हो, वह आर्थिक रूप से सुदृढ़ हो सके, इसको लेकर एक वित्तीय सहायता प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाएगा ।डीएम ने बताया कि ऐसी महिलाएं जिनकी शादी में हो चुकी है लेकिन उसके पति ने 2 वर्ष या उससे अधिक अवधि से परित्याग कर दिया है ,उनके जीवन यापन की कोई व्यवस्था पति द्वारा नहीं की जा रही है, इसके अलावा पूर्ण रूप से मानसिक अपंगता के कारण पति अपने परिवार का भरण पोषण करने में अक्षम है ,महिलाओं को योजना के तहत परित्यक्ता महिला समझा जाएगा।
डीएम डॉ नीलेश रामचंद्र देवर ने आगे संवाददाता को बताया कि ऐसी अल्पसंख्यक मुस्लिम महिला जिसके पति द्वारा तलाक दे दिया गया हो उसके जीवन- यापन की कोई ठोस व्यवस्था नहीं हो ,ऐसी महिलाएं इस योजना अंतर्गत तलाकशुदा समझी जाएंगी ,सरकार की ओर से उनको एक मुश्त राशि दी जाएगी, ताकि वह समाज में बेहतर तरीके से जीवन यापन कर सकें ,उन्होंने आगे बताया कि मुस्लिम- परित्यक्ता व तलाकशुदा वंचित नहीं रहेगा , इसको लेकर पंचायत वार सर्वेक्षण कर सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है, ताकि योजना का लाभ लाभुकों को पहुंचाया जा सके।