बेतिया(प.चं.) :: पर्यावरण संरक्षण एवं मातृभूमि की स्वतंत्रता के लिए समर्पित रहा महान स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा का जीवन

शहाबुद्दीन अहमद, कुशीनगर केसरी, बेतिया, बिहार।  आज १५ नवंबर को महान स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की १४४ वींं जन्मदिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया! जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों बुद्धिजीवियों एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया!


इस अवसर पर पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला! इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय  पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन  डॉ0 एजाज अहमद ने कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा का जन्म आज से 144 वर्ष पूर्व 15 नवंबर 1875को हुआ था! उनका सारा जीवन समाज एवं राष्ट्र के लिए समर्पित रहा !जिस समय महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका में रंगभेदी सरकार के विरुद्ध लोगों को एकजुट कर रहे थे! लगभग उसी समय भारत में बिरसा मुंडा शोषण एवं अत्याचार के विरुद्ध अंग्रेजों से संघर्ष कर रहे थे! जल जंगल जमीन ,सांस्कृतिक पहचान, पर्यावरण संरक्षण, गरीबी, अशिक्षा, कुपोषण जैसे अनेक सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध संघर्ष करते हुए मातृभूमि की रक्षा के लिए अपनी लड़ाई जारी  रखी थी! इस अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एंबेसडर नीरज गुप्ता एवं बिहार विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के शोधार्थी शाहनवाज अली ने कहा कि बिरसा मुंडा की जीवन दर्शन से प्रेरणा लें देश के युवा एवं जल जंगल एवं  अपनी जमीन की रक्षा करते हुए पर्यावरण संरक्षण, गरीबी, कुपोषण, अशिक्षा जैसे सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध लामबंद होकर भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में अपना पूर्ण सहयोग करें ताकि भारत एक विकसित राष्ट्र बन सके!


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