धनबाद :: एक वृद्ध माँ को उसके बेटे ने ठुकराया तो लालमणि वृद्धा सेवा आश्रम ने अपनाया

डेस्क, कुशीनगर केसरी, धनबाद, झारखंड। हर माँ पिता का सोच होता है कि  मेरा बेटा बड़ा होगा तो हमलोग के पुढापे का लाठी का सहारा बनेगा ।लेकिन अब ऐसा नही हो रहा है आज के समय मे बेटा बेटी को माँ पिता एक बोझ बनते हुए दिखाई दे रहे हैंं।


हम बात कर रहे है धनबाद जिला के कतरास पंचगढ़ी गांव की जहाँ विर्द्ध कपुरण खातून ने अपने बेटा यूसुफ अंसारी  और बहू से तंग आ कर घर छोड़ दी वही मोहल्ला वाले ने अपने पास रख कर लाल मणि बृद्धा सेवा आश्रम के लोगोंं को जानकारी दी और जानकारी मिलते हींं आश्रम के अध्यक्ष मोहम्मद नौशाद गद्दी कार्यकारी अध्यक्ष बी सुधीर मीडिया प्रभारी विजय सिन्हा सह सचिव सुरेंद्र यादव सीहत आश्रम के सभी सदस्य  वृद्ध महिला के पास पहुंचे और वृद्ध महिला को अपने साथ आश्रम ले गए। वही आश्रम के अध्यक्ष सह संस्थापक नौशाद गद्दी ने कहा कि सरकार को इस पर कोई संधया लेना चाहिए और वैसे लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए जो अपने माता पिता को वृद्ध होने पर घर से निकाल देते हैं क्योंकि जो निकाल रहे हैं वह भी एक दिन वृद्ध होंगे और उनके भी बच्चे घर से निकलना काम करेंगे। वही आश्रम के कार्यकारी अध्यक्ष बी सुधीर ने कहा कि सरकार जल्द से जल्द इस तरह के बच्चे को दण्डित करे ताकि और कोई बच्चा अपने बूढ़े माँ पिता को घर से बाहर निकालने में डरे ओर अपनी माँ पिता का सेवा करे ।