गोरखपुर :: पूर्वी फेस्टिवल में वन टांगिया की आदिवासी महिलाएं वाक करेंगी : सोनिका

आदित्य प्रकाश श्रीवास्तव, कुशीनगर केसरी, गोरखपुर। पूर्वी फेस्टिवल में पहली बार वन टांगिया की आदिवासी महिलाएं वाक करेंगी। आदिवासी महिलाओं को वॉक करने की ट्रेनिंग देने के लिए जयपुर से ट्रेनर हिमांशु राय आए हुए हैं जो पिछले कई दिनों से महिलाओं को वॉक करने की ट्रेनिंग दे रहे हैं ताकि फेस्टिवल में आदिवासी महिलाओं को किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।वीसीआई एंटरटेनमेंट की चेयरपर्सन सोनिका सिंह ने बताया कि वन टांगिया की महिलाओं को वॉक करना सिखाना बहुत ही मुश्किल हुआ लेकिन कई दिनों की ट्रेनिंग के बाद अब महिलाएं 9 नवंबर को पूर्वी फेस्टिवल की शाम को मंच पर उतरने के लिए तैयार है। महिलाओं के लिए हेयर स्टाइलिस्ट, मेकअप आर्टिस्ट एवं स्वदेशी डिजाइनर कपड़े वाक करने के लिए उपलब्ध कराए गए हैं, जिसमें समाज के कई व्यक्तियों ने बड़ा सहयोग किया है। पूर्वी फेस्टिवल में स्वदेशी वस्त्रों को थीम रखा गया है जिसमें सभी कलाकारों अतिथि गणों से निवेदन किया गया है कि वे स्वदेशी वस्त्रों में आए। पूर्वी फेस्टिवल मैं विभिन्न प्रकार के शास्त्रीय संगीत भी प्रस्तुत किए जाएंगे साथ ही साथ डांस कंपटीशन सिंगिंग कंपटीशन छोटे बच्चों के फैंसी ड्रेस कंपटीशन का ग्रैंड फिनाले भी होगा। पूर्वी फेस्टिवल में विभिन्न क्षेत्रों में मुकाम पाए हुए लोगों को एवं समाज के निम्नतम स्तर के लोगों के लिए कार्य करने वाले व्यक्तियों को अवार्ड भी दिया जाएगा। कार्यक्रम में वन टांगिया के 15 महिलाएं अलग-अलग स्वदेशी वस्तुओं को पहनकर मंच पर चलेंगी। आगे सोनिका सिंह ने बताया की स्वदेशी वस्तुओं को थीम रखने का मुख्य उद्देश्य स्वदेशी चीजों को बढ़ावा देना है। वन टांगिया की वॉक से समाज में संदेश पहुंचाना है कि स्वदेशी वस्तुओं को भी डिजाइनर कपड़ों की तरह डिजाइन किया जा सकता है एवं स्वदेशी कपड़ों में भी महिलाएं खूबसूरत लगती हैं साथ ही साथ हम हर शादी पार्टी एवं बड़े इवेंट में स्वदेशी कपड़े पहन कर भी खूबसूरत लग सकते हैं। ट्रेनिंग के दौरान वन टांगिया की महिलाओं को ग्रूमिंग सेशन भी दिया गया। जिसमें उनको जेस्चर पोस्चर की जानकारी दी गई। महिलाएं पूरी तरह से मंच पर उतरने के लिए और दर्शकों को अचंभित करने के लिए तैयार हैं।