डेस्क, कुशीनगर केसरी, लखनऊ। यह महीना काफी कशमकश का महीना साबित होने वाला हैं जहां इस महीने मेें राम मंंदिर और बाबरी मस्जिद केस के हल होने के फैैसले की तारीख का पूरे देेेश को ही नहीं बल्कि विश्व को इंतजार है। वहीं दूसरी ओर बारावफात भी नजदीक आ गयी है।
गौरतलब है कि इस संवेदनशील माहौल पर पुलिस पैनी नजरेंं टिकाए हुए है। खास कर जब अयोध्या केस का फैसला इसी माह आने का पूरा कयास लगाया जा रहा है। ऐसे में लखनऊ इस ऐतिहासिक जगह से कुछ सौ किलोमीटर ही दूरी पर होने की वजह से काफी संवेदनशील बना हुआ है। लखनऊ पुलिस शहर को शांति व्यवस्था बनाये रखने में पूरी तरह से मुस्तैद नज़र आ रही है। वहीं दूसरी ओर मुस्लिम समुदाय का त्योहार बारावफात भी कुछ दिन दूर होने की वजह से पुराना लखनऊ और भी खास हो जाता है।
बताते चलें कि इसी क्रम में एसएसपी कलानिधि नैथानी ने अपने मातहतोंं को निर्देश दिये हैं कि हर चप्पे पर पैनी नजर रखी जाये और किसी भी संदिग्घ को पूछताछ के लिये गिरफ्तार करने में कोई देरी न की जाये। इस बाबत एसपी पश्चिम विकास चंद त्रिपाठी के नेतृत्व वाली टीम पाटानाला पुलिस चैकी पर एक बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। किसी भी तरह की अराजक्ता फैलाने वाले पुलिस के रडार से बाहर न हो। इसके लिये सोशल मीडिया का भी सहारा लिया जा रहा है। पुलिस द्वारा की गयी इस बैठक में थाना ठाकुरगंज, थाना वजीरगंज, अमीनाबाद थाना व चैक क्षेत्राधिकारी और बड़े पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
इसी दौरान उत्तर प्रदेश सूचना विभाग के निदेशक श्री शिशिर ने एक अडवाइजरी जारी करके सोशल मीडिया और प्रदेश के सभी समाचार एजेंसियों तथा रिर्पोटरोंं को यह निर्देश जारी किये हैं कि वह किसी भी अफवाह पर अपनी नजरेंं जमाए ताकि कोई अप्रिय घटना को संभाला जा सके। आगे इलेक्ट्रानिक मीडिया की ओबी वैन को अधिकारियों की देखरेख में रखने का निर्देश जारी किया है।