मोतिहारी(प.चं.) :: आइसा ने जेएनयू छात्र आंदोलन पर पुलिसिया बर्बरता के खिलाफ किया प्रतिवाद मार्च व पुतला दहन

विजय कुुुमार शर्मा, कुुुशीनगर केसरी,बिहार। ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा) के बैनर से जेएनयू छात्र आंदोलन पर पुलिस दमन व फीस वृद्धि के खिलाफ प्रतिवाद व पीएम मोदी का पुतला दहन की कार्यक्रम किया है, जो महाराजा पुस्तकालय से शोवा बाबू चौक पर पुतला दहन के रूप में समाप्त हुआ। ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोशिएश के नेता संदीप कुमार शर्मा ने कहा कि जे एन यू के जनतांत्रिक छात्र आन्दोलन पर हमला और जे एन यू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष सहित आन्दोलनकारी छात्र नेताओं की दिल्ली पुलिस द्वारा की गई बर्बर पिटाई और फिर गिरफ्तारी की हम अपनी तरफ से और पुरे संगठन के तरफ से तीव्र भर्त्सना करते हैं ।इसके साथ ही तमाम जनवाद पसंद छात्र -नौजवान -बुद्धिजीवी संगठनों तथा सांस्कृतिक संगठनों से हम अपील करते हैं कि इस बर्बर फासीवादी सत्ता को उखाड़ फेकने के लिए सड़कों पर उतरें। इंकलाबी नौजवान सभा के जिला संयोजक सुरेन्द्र चौधरी ने कहा कि ज्ञान, साहित्य, संवाद, विमर्श, कला, अभिव्यक्ति और लोकतांत्रिक मूल्यों के इस अनूठे परिसर से मौजूदा सरकार इतनी कुपित है की यहाँ की मामूली फ़ीस को कई गुना बढ़ा दिया गया, यहाँ के छात्रों पर तरह-तरह के प्रतिबंध लगाये गए हैं जिसके खिलाफ पुरा छात्र समुदाय आंदोलित है। आज़ हम सबका जेएनयू के साथ खड़ा होना जरूरी है, यह सिर्फ़ जेएनयू नहीं सभी छात्रों पर हमला है। सरकार फ़ीस में बेतहाशा वृद्धि करके गरीबों को शिक्षा से वंचित करना चाहती है। माले नेता सुनील कुमार राव ने सभा को संबोधित करते हुए JNU के विशेषता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आप JNU में अपनी शख्सियत के साथ आराम से रह सकते हैं। 'JNU वह जगह है जहां भारत की बहुलता की बेहतर समझ बनती है और छात्र लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को बेहतर तरीके से समझते हैं। सुनील कुमार राव ने एक-एक विंदु को विस्तारपूर्वक रखते हुए कहा कि ●JNU वह जगह है, जहां आप अपनी शख्सियत के साथ आराम से रह सकते हैं. यहां आपकी पृष्ठभूमि कोई मायने नहीं रखती. ● JNU वह जगह है, जहां भारत की बहुलता, लोकतंत्र की शक्ति को समझने की शुरूआत करती है. ● JNU बतौर कम्यूनिटी रहने के लिए बहुत शानदार जगह है. ● JNU पूरी तरह एक अहिंसक जगह है. ● पूरे NCR में JNU सबसे जेंडर फ्रेंडली जगह है. ● JNU एक ऐसी कम्यूनिटी है, जहां आप हर दिन, हर किसी से, कुछ न कुछ सीखते हैं. ● बेहद खराब दौर में भी JNU में आदर्शवाद जिंदा रहता है. (आपातकाल के दौर में भी) ● JNU आपको एक संवेदनशील, ईमानदार नागरिक बनाता है, जो उन वंचित तबकों के बारे में फिक्रमंद होते हैं, जिनके बारे में सत्ता प्रतिष्ठान बहुत कम सोचते हैं. ● JNU दुनिया में जिज्ञासु लोगों की सबसे ज्यादा घनत्व वाली जगह है. 100 मीटर के भीतर आपको JNU में ऐसे लोग मिल जाएंगे जो आपकी सबसे बड़ी असुरक्षाओं के बारे में जानना-सुनना पसंद करेंगे. ● JNU अभी भी एक ऐसी जगह है, जहां किसी भी तरह की ऊंच-नीच नहीं मानी जाती. ● अंत में जेएनयू वह संस्थान है, जो इस देश का कोई भी संस्थान बनना चाहता है.
बता दें जेएनयू में बढ़ी हुई फीस के खिलाफ आंदोलन छे़ड़ रखा है। यूनिवर्सिटी में सर्विस चार्ज, डिपॉजिट, रूम रेंट और मेस के किराए को मिलाकर करीब 6 गुनी वृद्धि की गई। इनके अलावा विकास कुमार शर्मा,दीपक कुमार यादव, ठाकुर पटेल,विनोद कुशवाहा आदि छात्रों ने सभा को संबोधित किया।