मोतिहारी(पूर्बी चम्पारण) :: मौलवी और इंटर ट्रेन्ड की स्थानीय मदरसा फ्लाहुल मुस्लेमीन में गलत तरिके से की गई बहाली


विजय कुमार शर्मा, कुशीनगर केसरी, बिहार, मोतिहारी। स्थानीय मदरसा फ्लाहुल मुस्लेमीन में मौलवी और इंटर ट्रेन्ड की गलत तरिके से बहाली करने का मामला प्रकाश मेंं आया है। मदरसा के सदस्यों ने बताया की जहाँ इण्टर ट्रेंड के पद पर मदरसा के सचिव जावेद अख्तर ने खुद अपने बेटे की बहाली कर ली जो नियम के खिलाफ है और दूसरी मौलवी की बहाली कमिटी के मेम्बर के चहेते की कर ली गई। और ये दोनो बहाली गलत तरीके से की गई है। जिसका विरोध कमिटी के चार मेंबरों और स्थानिय लोगों अफरोज, साबिर, मेराज, सदरुल, रेजाउर रहमान, फरमान मियाँ, शमीम, अनीस, नौशाद सहित पूरे स्थानीय लोगों ने की। जब चारों मेम्बर फिरोज आलम उर्फ पप्पू, मुर्तुज़ा हुसैन, अब्दुर्रहमान, गुलाम रसूल ने मदरसे में पूछने गए की गलत तरीके से बहाली क्यों कर रहे हैं तो मदरसा के शिक्षक और कमिटी के अध्यक्ष सैयद अनवारुल हक जो रा0 प्रा0 विद्यालय रामगढ़वा संस्कृत, प्रखण्ड रामगढ़वा स्कूल के शिक्षक हैं ने यह कहा कि बहाली में हमारी मर्जी चलेगी जिसको जहाँ जाना है जाए। वहीं मदरसे के मेम्बर मुर्तुज़ा हुसैन ने बताया की वास्तविक बात की जानकारी दिए बिना धोखा और षड्यंत्र के तहत मुझसे और कई सदस्यों से हस्ताक्षर करा लिया गया है जो कराने वाले पर धोखाधड़ी का मामला बनता है।









बताते चलें कि उक्त मदरसे में एक इंटर ट्रेन्ड और एक मौलवी की पद खाली थी। जिसकी बहाली के लिए विज्ञापन निकाला गया था। उसके बाद दोनों पदों के लिए आवेदन आना शुरू हो गया। फिर 17 नवम्बर 2019 को इंटरव्यू हुआ। जिसमें परीक्षार्थी शामिल हुए। पहले लिखित परीक्षा हुई फिर मौखिक हुई है।उसके बाद कल हो कर रिजल्ट पूछने के लिए कमिटी के चारों मेम्बर गए तो टाल मटोल किया गया। उसके बाद एक कंडीडेट द्वारा मालूम चला कि इंटर ट्रेंड के पद पर मदरसा के सचिव जावेद अख्तर के बेटे की बहाली की गई और दूसरी मौलवी की बहाली अपने ही चहेते की गई है। जिससे कमिटी के चारों मेम्बर सन्तुष्ट नहीं हैं। उनलोगों ने मदरसा बोर्ड अध्यक्ष से आवेदन देकर यह मांग किया है कि इस फर्जी बहाली को रद्द कर अपने स्तर से नए सिरे से बहाली की जाए।इस गलत बहाली पर निम्नलिखित सवाल खड़े होते हैं। अब सवाल यह है कि :::::…. 👉 क्या मदरसे की कमेटी जिसे चाहे बहाल कर सकती है? 👉 क्या इसको खोजने वाला कोई नहीं 👉 क्या बच्चों का भविष्य किसी के भी हाथ मे दिया जा सकता है? 👉क्या मदरसे के शिक्षक या कमिटी के लोग अपने ही रिस्तेदारों की बहाली करेंगे? क्या है नियम :::::…. 👉 मदरसे के शिक्षक की बहाली कमिटी द्वारा इंटरव्यू करा कर की जाती है। 👉मदरसे की कमेटी अपने स्तर से स्पॉट रख कर कराती है इंटरव्यू। जिसमें मदरसे के शिक्षक भी हो सकते हैं।  👉 मदरसे की कमेटी खाली पद की बहाली के लिए मदरसा बोर्ड में आवेदन देती है। उसके बाद अखबार में इंटरव्यू के लिए विज्ञापन निकलता है। उसके बाद लोग आवेदन देते हैं। फिर जिस दिन इंटरव्यू होता है उस दिन इंटरव्यू होता है फिर स्पॉट द्वारा कॉपी जाँच कर रिजल्ट घोषित किया जाता है और पहला स्थान पाने वाले की बहाली की जाती है।