वाल्मीकिनगर(प.चं.) :: चलंत दरिद्र नारायण भोज के दौरान कोटिहोम आश्रम नेपाल के पीठाधीश्वर ने दिव्यांगों के बीच विशेष भोजन एवं गर्म कपड़ों का वितरण किया

विजय कुमार शर्मा, कुशीनगर केसरी, बिहार। स्वरांजलि सेवा संस्थान ट्रस्ट के बैनर तले गोल चौक, तीन आर. डी. टंकी बाजार ,हवाई अड्डा, लव-कुश घाट, गंडक बराज, जीरो आर. डी आदि क्षेत्रों में भ्रमण करने वाले दिव्यांगों हेतु चलंत दरिद्र नारायण भोज का आयोजन किया गया।बता दें कि गोल चौक परिसर में दिव्यांग राजा को भोजन कराते हुए श्री वशिष्ठ जी महाराज ने कहा कि इनकी सेवा सच्ची ईश्वर भक्ति है। ऐसे दिव्यांग जो नाम पता ठिकाना कुछ भी नहीं बोल सकते, वैसे लोगों को निदेशक डी.आनंद ,एवम् समाजसेवी संगीत आनंद द्वारा नियमित रूप से सुबह-शाम भोजन दिया जाता है। इस कार्य की जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है। टंकी बाजार में नेपाल के पीठाधीश्वर को ऐसी सेवा करते देख ई रिक्शा चालकों ने भी उनका साथ देना मुनासिब समझा। ई रिक्शा चालक शेखर श्रीवास्तव एवं राजन कुमार ने कहा कि हर दिन सुबह शाम घंटी बजा बजाकर विभिन्न चौक चौराहों पर ये समाजसेवी दिव्यांगों को भोजन कराते रहते हैं ।चर्चित अभिनेता व कलाकार श्री डी. आनंद ने कहा कि मानवीय संवेदनाओं को समझना ही मानव की सेवा है। आज विभिन्न जगहों पर मानवता शर्मसार होते रहती है। 14 नवंबर 2012 से नियमित रूप से इंडो नेपाल बॉर्डर के आसपास के इलाकों में स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा दिव्यांग एवं मानसिक बीमारी को भोजन के साथ साथ गर्म कपड़े कंबल दिया जाता है। इतना ही नहीं उक्त संस्था मरणोपरांत ऐसे लोगों का अंतिम संस्कार भी करती है। संत श्री वशिष्ठ ने कहा कि मेरा परम सौभाग्य है कि महीने में 1 दिन दिव्यांगों की सेवा का खर्च मुझे उठाने का मौका मिलता है । मैं ऐसी सेवा आजीवन करना चाहूंगा। गायक कार्तिक कुमार काजी ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि भारत नेपाल सीमा वाल्मीकिनगर के आसपास रहने वाले दिव्यांग कभी भूखे नहीं सोते। इस दौरान सभी दिव्यांगों एवं मानसिक बीमारों को विशेष स्वादिष्ट शाकाहारी भोजन प्रदान किया गया ।मौके पर अंतर्राष्ट्रीय संत गुरु वशिष्ट जी महाराज, गायक अभिनेता डी आनंद, समाजसेवी संगीत आनंद, गायक कार्तिक कुमार काजी, व्यवसाई बबलू जायसवाल, साहित्यकार सच्चिदानंद सौरभ,गायक रुदल रंगीला, अर्जुन कुमार, राजन कुमार, आदि मौजूद थे।