बगहा(प.चं.) :: बगहा नगर परिषद के वार्ड 35 तेलिया टोला में विकास की उल्टी गंगा बहाता प्रशासन एवं जनप्रतिनिधि


विजय कुमार शर्मा, कुशीनगर केसरी, बिहार, बगहा(प.चं.)। नगर परिषद बगहा अन्तर्ग वार्ड नं. 35 के तेलिया टोला रत्नमाला में मुगल काल से किस्मत को दशकों से प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा ने विकास के नाम पर एक ऐसी उल्टी गंगा बहा रही है जिसमें नगर वासी नर्क पालिका में मजबूरन डुबकी लगाने में विवश हैं। चुनाव के समय तरह-तरह के लोकलुभावन वादों और नारों से जनप्रतिनिधि अपनी चुनावी बैतरणी तो पार कर लेते हैं परंतु सत्ता पाते ही जिले वासियों को इस विकास की उल्टी गंगा की मझधार में छोड़ कर अपने कर्तव्यों से इतिश्री कर लेते हैं जिसमें जिला प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों भी पूरी लग्नता से इनका साथ देती है जिससे इंकार नहीं किया जा सकता है। इस उल्टी गंगा की कई धाराएँ हैं जैसे पानी की किल्लत , नाली निर्माण नही , सड़कों और गली मुहल्लों में स्ट्रीट लाइट की कमी, घर घर शौचालय ,सड़क निर्माण नही, मछड़ निरोधक दावा का आज तक छिड़काव नही होना अमीरो को इंद्रावास गरीबो को झोपड़ी ही काफी सिर्फ कागजो में ओडीएफ तो दिखवा हो गया परन्तु धरातल पर कुछ भी नही कहा सोई बगहा नगर परिषद आखिर इस वार्ड से सौतेला ब्यवहार क्यों किनकी है मनमर्जी इन गाव वालो का क्या है कसूर की सुनामी भरी कहानी जिले में विकास की योजनाएँ तो बहुत निकलती है।परंतु ये योजनाएँ जनप्रतिनिधियों के मनमुताबिक होती है जिसमे बिचौलिये ,ठोकेदरों अधिकारियों के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती है। फलतः विकास ना होकर विनाश होता है । उदाहरण के तौर पर सड़क और नालों के कार्यों की गुणवत्ता को देखकर यह सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। अगर जब भी बारिश हो जाए तो लोगों को सड़कों पर चलना तक मुहाल हो जाए। भले ही फिर चुनाव में कोई प्रत्याशी जीतकर विकास का सब्जबाग दिखाए परन्तु यह अटल सत्य है कि जनसमस्याएं जस की तस रहेगी।