बक्सर :: 16 दिसंबर को बलात्‍कार‍ियों को फांसी, बक्‍सर जेल में फंदा बनने के बाद अटकलें तेज

विजय कुमार शर्मा, कुशीनगर केसरी, बिहार बक्सर। बिहार की बक्सर जेल राज्य की एकमात्र ऐसी जेल है जिसे फांसी के फंदा बनाने में महारत हासिल है। इसका निर्देश पिछले सप्ताह प्राप्त हुआ था, हालांकि जेल प्रशासन को यह नहीं पता है कि फांसी के इन फंदों के लिए मांग कहां से और किस उद्देश्य से की गयी है।


बिहार की बक्सर जेल को इस सप्ताह के अंत तक फांसी के दस फंदे तैयार रखने का निर्देश दिया गया है। जिससे यह कयास लगाया जा रहा है कि ये फंदे 2012 में 16 दिसंबर को हुए दिल्ली गैंगरेप मामले के दोषियों के लिए हो सकते हैं। हैदराबाद में एक महिला के बलात्कार और उसकी हत्या के चार आरोपियों की पुलिस मुठभेड़ में मौत के बाद दिल्ली गैंगरेप मामले के दोषियों को जल्द से जल्द फांसी दिए जाने की मांग ने और जोर पकड़ लिया है।बिहार की बक्सर जेल, राज्य की एकमात्र ऐसी जेल है जिसे फांसी के फंदा बनाने में महारत हासिल है। इसका निर्देश पिछले सप्ताह प्राप्त हुआ था।


हालांकि जेल प्रशासन को यह नहीं पता है कि फांसी के इन फंदों के लिए मांग कहां से और किस उद्देश्य से की गयी है। बक्सर केंद्रीय कारागार को छोड़कर भारतीय फैक्ट्री लॉ में इस क्वालिटी की रस्सी के निर्माण पर पूरे देश में प्रतिबंध है। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के अनुसार, केवल सरकारी आदेश को छोड़कर इस विशेष प्रकार के रस्सी के इस्तेमाल पर देश में पूरी तरह से प्रतिबंध है।


● जेल में फंदा बनने के बाद अटकलें तेज ●बक्सर जेल को फांसी के 10 फंदे तैयार करने का आदेश मिला।
बिहार की बक्सर जेल को इस सप्ताह के अंत तक फांसी के दस फंदे तैयार रखने का निर्देश दिया गया है, जिससे यह कयास लगाया जा रहा है कि ये फंदे 2012 में 16 दिसंबर को हुए दिल्ली गैंगरेप मामले के दोषियों के लिए हो सकते हैं। हैदराबाद में एक महिला के बलात्कार और उसकी हत्या के चार आरोपियों की पुलिस मुठभेड़ में मौत के बाद दिल्ली गैंगरेप मामले के दोषियों को जल्द से जल्द फांसी दिए जाने की मांग ने और जोर पकड़ लिया है।
बक्सर जेल अधीक्षक विजय कुमार अरोड़ा ने बताया कि “हमें पिछले सप्ताह जेल निदेशालय से 14 दिसंबर तक 10 फांसी का फंदा तैयार करने के निर्देश मिले थे। हमें नहीं पता कि ये कहां इस्तेमाल होने जा रहे हैं।” उन्होंने कहा, ”संसद हमले के मामले में अफजल गुरु को मौत की सजा देने के लिए इस जेल में तैयार किए गए फांसी के फंदे का इस्तेमाल किया गया था। 2016-17 में हमें पटियाला जेल से आदेश मिले थे। हालांकि हम यह नहीं जानते कि किस उद्देश्य के लिए वे फंदे तैयार कराए गए थेे।” मीडिया के एक वर्ग द्वारा यह कयास लगाया जा रहा है कि 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में एक चलती बस में एक युवती से बलात्कार के चार दोषियों को इस महीने के अंत में फांसी दी जा सकती है। संयोग से इस मामले के दोषियों में से एक बिहार के औरंगाबाद जिले का निवासी है।


बता दें गैंगरेप मामले के दोषियों में से एक को मांडौली से तिहाड़ जेल शिफ्ट कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तिहाड़ जेल में आरोपियों को फांसी देने की तैयारी चल रही है। इसी जेल नम्बर 2 में इस मामले के दो और दोषी बंद हैं, जबकि तिहाड़ की जेल नम्बर 4 में इस मामले का चौथा दोषी बंद है। सभी को अलग-अलग सेल में रखा गया है और सीसीटीवी कैमरों से मॉनिटरिंग की जा रही है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक जेल नम्बर 3 में फांसी की तैयारियां हो रही है, फांसी वाली जगह की साफ सफाई और डमी ट्रायल भी कराया गया। जेल नम्बर 3 में ही फांसी लगाने का चबूतरा और तख्ता है।