कुशीनगर :: जनपद में निषेधाज्ञा लागू होने के बावजूद नागरिकता संशोधन बिल को लेकर हिंसक हुये प्रर्दशनकारी, पुलिस पर किया पथराव, आधा दर्जन पुलिस कर्मी चोटिल, केस दर्ज

आदित्य प्रकाश श्रीवास्तव/सुनील कुमार तिवारी कुशीनगर केसरी, पडरौना, कुशीनगर। जनपद में निषेधाज्ञा लागू होने के बावजूद पडरौना कोतवाली से सटे खिरिया टोला में प्रदर्शनकारियों ने नागरिकता संशोधन बिल का बिरोध प्रदर्शन करने लगे, सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस पर हिंसक होकर आंदोलनकारियों ने पथराव चालू कर दिया।जिसमें आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी चोटिल हो गए। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े जिसके बाद हालात सामान्य हो सका। इस मामले में पुलिस ने विभिन्न गम्भीर धाराओं में दो दर्जन नामजद व 500 अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ केस दर्ज कर दर्जनभर उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया हैं। इस मामले में कोतवाल ने अपनी अहम भूमिका निभाई जिसकी प्रशंसा भी लोगों द्वारा की जा रही है।इस बावत मिली जानकारी के अनुसार आज बृहस्पतिवार की दोपहर बसपा नेता बंटी राव अपने समर्थकों के साथ लुकाछिपी करते हुए खिरिया टोला में पहुंच गए और निषेधाज्ञा कानून का उल्लंघन करते हुए भारी भीड़ इकट्ठा कर सुनियोजित तरीके से तथाकथित भाषण भी चालू कर दिया और इसके पश्चात प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और हजारों की संख्या में एकत्रित होकर सरकार विरोधी नारे लगाते हुए उग्र प्रदर्शन चालू कर दिया। इस घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने समझा बुझा कर प्रदर्शनकारियों को शांत कराना चाहा लेकिन वह हिंसा पर उतारू हो गये और पुलिस पर पत्थरबाजी चालू कर दी।पत्थरबाजी के दौरान एक कांस्टेबल को पकड़ कर जमकर धुनाई करने के बाद पुलिस पर भारी पथराव किया। जिसमें एक अधिकारी सहित आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी चोटिल हो गए।बताया जाता है कि हालात बेकाबू तब हो गया जब सीओ पड़रौना ने बसपा नेता को सभा करने की इजाजत दे डाली ,जिससे प्रदर्शनकारियों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई और पुलिस पर जमकर पथराव करना चालू कर दिया हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे जिसके बाद हालात पर काबू पाया। वहीं खबर यह भी मिली है कि यह सुनियोजित साजिश के तहत यह उपद्रव किया गया ,क्योंकि जिस तरह से पथराव हो रहा था उससे लगता था कि पहले से ही पत्थरों को इकट्ठा करके रखा गया था । प्रदर्शनकारियों ने मीडिया कर्मियों को भी निशाना बनाया जिसमे मीडियाकर्मीयों का कैमरा भी तोड़ देने की खबर है। इस दौरान अफरा तफरी का माहौल कायम हो गया था। एक गंभीर रूप से घायल कांस्टेबल को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया गया। इस मामले में पुलिस ने एक दर्जन से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया हैँ। पुलिस ने भारतीय दंड विधान की धारा 147, 148, 332, 333, 323, 504, 506, आईपीसी व 7/सीएल ए एक्ट सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर अगली कार्रवाई में जुटी हुई है।हिंसा पर उतारू हुए प्रदर्शनकारियों की सूचना मिलते ही जिला अधिकारी डॉ अनिल कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मिश्र, सीओ सदर, कोतवाल पवन कुमार सिंह, वरिष्ठ उपनिरीक्षक उमेश कुमार यादव सहित कई थाने की फोर्स मौके पर पहुंच गई और कड़ी मशक्कत के बाद हालात पर काबू पा सके।इस बात पूछे जाने पर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हिंसा पर उतारू हुए आंदोलनकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।