बेतिया(प.चं.) :: मानव श्रृंखला में छात्र- छात्राओं एवं शिक्षकों की भागीदारी स्वैच्छिक, अनिवार्य नहीं : अपर मुख्य सचिव

शहाबुद्दीन अहमद, बेतिया(प.चं.), बिहार। आगामी 19 जनवरी 2020 को होने वाली मानव श्रृंखला में स्कूली बच्चों की भागीदारी अनिवार्य नहीं होगी, यह उनकी इच्छा पर निर्भर करेगा कि वे मानव श्रृंखला में भाग ले अथवा नहीं ,इसी तरह शिक्षक और अन्य शासकीय कर्मचारियों की उपस्थिति भी स्वैच्छिक कर दी गई है, हालांकि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने शिक्षकों और कर्मचारियों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में मानव श्रृंखला में भाग ले ,इससे संबंधित अधिकारिक पत्र शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव, आरके महाजन ने प्रदेश के सभी प्रमंडलीय आयुक्त ,जिला पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, व जिला शिक्षा पदाधिकारियों को लिखा है।


अपर मुख्य सचिव ने कर्मचारियों ,शिक्षकों की उपस्थिति को स्वैच्छिक बताते हुए लिखा है कि वे मानव श्रृंखला से अनुपस्थित रहते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी।सरकार के इस आदेश के बाद मानव श्रृंखला में शामिल होने के लिए छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को स्वैच्छिक रूप से शामिल होने की अनुमति दी गई है ,न के अनिवार्य रूप से, इस तरह के आदेश होने से छात्र- छात्रों और शिक्षकों में खुशी का माहौल है।
इस भीषण ठंडी में छात्र-छात्राओं व शिक्षकों एवं अन्य लोगों को मानव श्रृंखला में शामिल होना उनके ऊपर निर्भर करता है और मौसम के अनुसार छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को भी इससे वंचित तो नहीं किया गया है मगर स्वैच्छिक बना दिया गया है, अनिवार्य नहीं, मानव श्रृंखला बनाने के क्रम में सरकार ने जो यह निर्णय लिया है वह काबिले तारीफ है, मौसम के मिजाज को देखते हुए मानव श्रृंखला में शामिल होना या नहीं होना स्वेच्छा की बात बनती नजर आ रही है।