बेतिया(प.चं.) :: तकनीशियन की होगी बहाली, 300 गांव में खुलेंगे कृत्रिम गर्भधान : संयुक्त सचिव

शहाबुद्दीन अहमद, बेतिया(प.चं.) बिहार। जिले अंतर्गत पशु पालकों के अब दिन बहुरने वाले हैं ,उनके दुधारू पशुओं के नस्ल सुधारने की पहल शुरू कर दी गई है ताकि उनके गाय व भैंस से ज्यादा से ज्यादा दूध का उत्पादन हो सके ,इसके लिए कृत्रिम गर्भधान की नई तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा ,इस बाबत मत्स्य पालन, पशु पालन व डेयरी मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर इस दिशा में काम शुरू कराने का आग्रह किया है।
इस कार्यक्रम के तहत दुधारू पशुओं के नस्ल सुधारने में मदद मिलेगी साथ ही पशु पालकों की आय में ₹22500 की वृद्धि भी हो जाएगी ,इस संबंध में निदेशक ने पत्र भेजकर जिला प्रशासन से इसकी शुरुआत कराने की आग्रह किया है। इस संबंध में जिला पदाधिकारी ने जिला पशुपालन पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि वह इस दिशा में इसकी पहल करें।
निदेशक के पत्र के आलोक में जिले में कवायद शुरू कर दी गई है, पत्र में इस बात को बताया गया है कि कृत्रिम गर्भधान के लिए पहले चरण में 300 गांव का चयन किया गया है ,इन गांव में प्रशिक्षित व कृत्रिम गर्भधान तकनीशियन की बहाली की जाएगी ,उनके द्वारा कृत्रिम गर्भधान करने पर प्रति गाय व भैंस ₹50 के हिसाब से भुगतान करने की बात कही गई है, इसमें औसतन 3 बार कृत्रिम गर्भधान करने से और एक गाय व भैंस को गाभिन होगी तो उसके बच्चे से १२००किलोग्राम दूध की औसत वृद्धि हो जाएगी ,जिससे किसानों को आए में ₹22500 प्रति वर्ष लाभ भी होगी।