मनोज पाण्डेय, कुशीनगर। नेबुआ नौरंगिया विकास खंड के ग्रामपंचायत सूरत छपरा में एक आरटीआई के तहत जिलाधिकारी के निर्देश में जिला विकास अधिकारी की जांच आख्या पर जिलाधिकारी कुशीनगर ने ग्रामप्रधान व विकास सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी कर जबाब मांगा है। तय समय मे जबाब न मिलने की सूरत में वित्तीय अधिकार सीज हो सकता है ।
बता दें कि उक्त ग्रामपंचायत में हुए विकास कार्यो की जांच की मांग करते हुए गोरखपुर निवासी रवि प्रकाश दुबे ने जन सूचना अधिकार के तहत सूचना की मांग की थी जिसके क्रम में जिलाधिकारी कुशीनगर के निर्देश पर नामित जांचअधिकारी जिला विकास अधिकारी कुशीनगर ने स्थलीय जांच कर सौपे रिपोर्ट में स्वच्छ शौचालय के मद में गुणवत्ताहीन एवं अपूर्ण शौचालय बनाये जाने के कारण पैतीस हजार रुपये की वसूली, मनरेगा के तहत पोखरे पर वृक्षारोपण कार्य के मद में सत्रह हजार एक सौ दो रुपये की वसूली,ड्रेन की सफाई के मद में 38 हजार रुपये खर्च का फोटोग्राफ व पत्रावली प्रस्तुत न कर पाने से इस धन राशि की वसूली व दवहिया से ताल तक चकमार्ग की भराई के मद में खर्च 62 हजार रुपयों की वसूली प्रस्तावित करते रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी थी।जिसके आलोक में जिलाधिकारी कुशीनगर ने गत 6 जनवरी को कारण बताओ नोटिस जारी कर जबाब माँगा है साथ ही चेताया है कि अन्यथा की दशा में प्रधान के वित्तीय अधिकार को सीज कर ग्राम प्रधान व सचिव से रिकवरी की कार्यवाही शुरू की जाएगी। इस संबंध में खंड विकास अधिकारी नेबुआ नौरंगिया विनय दुबे ने बताया कि मामला संज्ञान में है,निर्देश के तहत कार्यवाही की जाएगी।
कुशीनगर :: डीएम ने सूरतछपरा के प्रधान व विकास सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी कर मांंगा जबाब