कुशीनगर :: पडरौना बाईपास सड़क निर्माण कार्यों में होने वाले भ्रष्टाचार का जीता जागता उदाहरण है, जल्द डीएम से मिलकर कुशीनगर सिविल सोसाइटी भ्रष्टाचार के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही का अनुरोध करेगा : गिरीशचन्द्र चतुर्वेदी

आदित्य प्रकाश श्रीवास्तव, पडरौना/कुशीनगर। विगत दो दशकों में करोड़ों रूपये खर्च करने बाद भी यह सड़क छ: महीने से ज्यादा सही सलामत नही रह पाती है।नगरपालिका परिषद पडरौना द्वारा जून 2019 में लगभग 84 लाख रूपये की लागत से इसका निर्माण कार्य प्रारंभ कराया गया था।मिली जानकारी के अनुसार निर्माण कार्य प्रारंभ होने से आज तक की छ:माह की अवधि में यह सड़क तीन बार टूट चूकी है और पुन: गत् सप्ताह हुई हल्की बरसात के बाद टूटकर दरक व धँस रही है। "उ०प्र०शासन के नवीनतम निर्माण शासनादेश के अनुसार कराए गए निर्माण की तकनीकी जांच तथा दोषी ठेकेदार व अभियंता पर शासकीय धन के वसूली की कार्यवाही होनी चाहिए।" इस संबंध में कुशीनगर सिविल सोसाइटी के अध्यक्ष गिरीशचन्द्र चतुर्वेदी ने बताया कि यह शासन के पैसे का खुला दुरुपयोग है। इस कार्य में हुए घोर भ्रष्टाचार के विरुद्ध कुशीनगर सिविल सोसाइटी का एक प्रतिनिधि मण्डल शीघ्र जिलाधिकारी से मिलकर प्रभावी कार्यवाही का अनुरोध करेगा।