वाल्मीकिनगर(प.च.) :: पौष पूर्णिमा के पावन अवसर पर स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा 69 वीं नारायणी गंडकी महाआरती कार्यक्रम का किया गया आयोजन

विजय कुमार शर्मा, वाल्मीकिनगर प.च. बिहार। भारत नेपाल सीमा पर अवस्थित शिवालय घाट त्रिवेणी धाम नेपाल परिसर में पौष पूर्णिमा के पावन अवसर पर स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा 69 वीं नारायणी गंडकी महाआरती कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का श्रीगणेश सर्बिया देश से आए विदेशी मेहमान डीबोट कश्यप, विशिष्ट अतिथि नेपाल के कथावाचक बाल व्यास श्रवण कुमार न्यौपाने जी महाराज , कोटि होम आश्रम नेपाल के पीठाधीश गुरु वशिष्ट जी महाराज, चर्चित अभिनेता डी आनंद, भाजयुमो के पूर्व अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद गुप्ता, पंचायत समिति सदस्य विनोद मद्धेशिया, लोक कल्याण विकास मंच के अध्यक्ष रवि उपाध्याय, ठूठीबारी विकास मंच के अध्यक्ष आशुतोष रौनियार, जीवन विज्ञान के योग प्रशिक्षक हरि पोखरेल, कोषाध्यक्ष मोतीलाल ढकाल, विरहा गायक श्याम देव साहनी, सूफी गायक बजरंगी निगम एवं समाजसेवी संगीत आनंद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके किया।मुख्य अतिथि ने संबोधन के क्रम में कहा कि पर्यावरण संरक्षण संवर्धन हेतु आयोजित की जाने वाली यह महाआरती वैश्विक विषय पर आधारित है। ग्लोबल वार्मिंग संपूर्ण विश्व के लिए चुनौती है। जिस महाआरती को मैं सोशल साइट के माध्यम से देखा करता था, आज उस अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में मुझे मुख्य अतिथि बनकर काफी खुशी हो रही है। नेपाल से आए विशिष्ट अतिथि कथावाचक श्री श्रवण कुमार ने वाल्मीकि धाम, त्रिवेणी धाम एवं संगम तट की महिमा को विस्तृत रूप में बताया। गुरु वशिष्ट जी महाराज ने नेपाल के जिला चितवन नारायण घाट में आगामी 25 जनवरी से आयोजित होने वाले 108 कुंडीय कोटी होम महायज्ञ में भारत नेपाल के भक्तों का आमंत्रित करते हुए कहा कि हमारी सभ्यता और संस्कृति नदियों के किनारे ही विकसित हुई है। महाराजगंज उत्तर प्रदेश से आए पंचायत समिति सदस्य विनोद मद्धेशिया ने कहा कि पूर्णिमा तिथि को संगम तट पर इस महाआरती का आयोजन एक ऐतिहासिक पहल है। जीवन विज्ञान के योग प्रशिक्षक हरि पोखरेल ने भारत नेपाल से आए सैकड़ों भक्तों को योग द्वारा निरोग रहने के टिप्स बताए। समाजसेवी रवि उपाध्याय ने कहा कि इस महाआरती कार्यक्रम के आयोजन से वाल्मीकि धाम भारत एवं त्रिवेणी धाम नेपाल पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है। गायक संगीत आनन्द ने जल जीवन हरियाली से जुड़े गीतों को प्रस्तुत किया। गायिका आशा साहू के हिंदी भजनों पर भक्तगण झूमते रहे। उत्तर प्रदेश से आई गायिका रेखा चौधरी ने कभी राम बनके कभी श्याम बनके भजन को प्रस्तुत किया। बाल गायिका चांदनी, भाग्यश्री एवं गुड़िया कुमारी ने समवेत स्वर में देवी पचरा प्रस्तुत किया। लोकप्रिय गायक बजरंगी निगम ने सूफी भजनों से भक्तों का मन मोह लिया। चर्चित विरहा गायक श्याम देव साहनी ने निर्गुण भजन गाकर जीवन दर्शन का बोध कराया। बाल व्यास श्रवण कुमार ने कहा की बड़ी मुश्किल से हमें मानव जीवन मिलता है। मानव योनि में जन्म लेने के बाद हमें त्याग, तपस्या, दया, धर्म का पाठ पढ़ना चाहिए। ठूठीबारी विकास मंच के अध्यक्ष आशुतोष रौनियार ने कहा कि स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा हर दिन दिव्यांगों की सेवा की जाती है। दरिद्र नारायण की सेवा ही सच्ची भक्ति है। पौष पूर्णिमा के अवसर पर कड़ाके की ठंड में भी बड़ी संख्या में लोग नारायणी गंडकी धारा में डुबकी लगाकर अपने जीवन को धन्य बनाते रहे। श्री आनंद ने हिंदी नेपाली भजनों द्वारा उपस्थित भक्तों का मन मोह लिया। आगे उन्होंने कहा कि हमें खुशी हो रही है कि हमारे इन महा आरती कार्यक्रमों में अमेरिका, जर्मनी और सर्बिया सेआए विदेशी मेहमान सम्मानित हो चुके हैं। नेपाल प्रहरी के त्रिवेणी थाना इंचार्ज कृष्णा शाह के नेतृत्व में कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे। आगत अतिथियों में विदेशी मेहमान डीबोट कश्यप, हरि पोखरेल ,दुर्गा प्रसाद गुप्ता, रवि उपाध्याय, आशुतोष रौनियार, गायक बजरंगी निगम, गायक श्याम देव साहनी, कथावाचक श्रवण कुमार, प्रधानाध्यापक उदय श्रेष्ठ, निर्देशक राहुल के श्रीवास्तव, थरुहट के गायक कार्तिक कुमार काजी, इंदिरा विश्वकर्मा ,कृष्ण प्रसाद उपाध्याय, शांतिराम ढकाल, मेवालाल,एवं संजय पटेल विशिष्ट कार्यों के लिए नारायणी गंडकी सम्मान से सम्मानित किए गए। ढोल करताल,और शंख की मधुर ध्वनि के बीच नारायणी गंडकी माता की 69 वीं महाआरती की गई। इस मौके पर निर्देशक राहुल के श्रीवास्तव, अखिलेश साह, राजेश निगम, पंडित हृदयेश मणि त्रिपाठी, पंडित प्रेम सागर जी महाराज, रामचंद्र दास जी महाराज, नागा कुटी नेपाल के बाबा बालकदास, एडिटर स्वरांजलि सरगम, स्वरांजलि सेवा संस्थान की अध्यक्ष अंजली आनंद, अभिनेत्री कुमारी संगीता आदि ने मुख्य भूमिका निभाई। वाल्मीकि वसुधा परिवार के निदेशक विद्यादित्य संजू एवं अर्चना सिन्हा के सौजन्य से महाप्रसाद का इंतजाम किया गया था। नेपाल के व्यवसाई राजेश निगम द्वारा जलपान करा कर धर्म आस्था और सेवा भावना की झलक दिखाई गई। मंच संचालन डी आनंद ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन नारायणी गंडकी माता महा आरती व्यवस्थापन समिति के कोषाध्यक्ष मोतीलाल ढकाल ने किया।