बगहा(प.चं.) :: रिहायशी इलाकों में बाघ का डेरा रॉयल बंगाल टाईगर के दहाड़ से सहमे लोग

विजय कुमार शर्मा, बिहार, बगहा(प.चं.)। वाल्मीकिनगर टाईगर रिजर्व के वन क्षेत्र से सटे सिंचाई विभाग के ई टाइप कॉलोनी पोस्ट ऑफिस क्षेत्र समेत पोस्ट ऑफिस हॉस्पिटल मार्ग नरदेवी मंदिर मार्ग क्षेत्र के वन क्षेत्र में बंगाल रॉयल टाइगर के विचरण करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले लगभग दो सप्ताह से ई टाइप कॉलोनी के इर्द-गिर्द बाघ चक्कर लगा रहा है। देर शाम को ई टाइप कॉलोनी के मुख्य मार्ग पर एक रॉयल टाइगर बाघ के निकलने से और उसकी दहाड़ से कॉलोनी वासियों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है।


प्राप्त सूचना के मुताबिक बुधवार की देर शाम प्रदीप कुमार और सिंचाई कर्मी बृज किशोर राऊत के अलावा कुछ अन्य ग्रामीण गोल चौक से बाजार करने के बाद लौट रहे थे तभी मुख्य सड़क पर बाघ को देख और उसकी दहाड़ सुनकर भाग खड़े हुए। कॉलोनी वासियों ने तत्काल शोर मचाना टीन बजाना के अलावा आग जलाकर हल्ला करना शुरू किया। शोर सुनकर बाघ मृत त्रिवेणी कैनाल की तरफ चला गया प्रदीप कुमार ने बताया कि बुधवार की सुबह लगभग 10:00 बजे भी बाघ मानो विनोद स्थल की तरफ से मुख्य सड़क को पार करते हुए मृत त्रिवेणी कैनाल की तरफ गया था। आए दिन बाघ के अलावा तेंदुआ और भालू की चहल कादमी भी काफी बढ़ गई है बता दे कि इन कॉलोनियों में निवास करने वाले लोग अपनी निजी जरूरतों के खरीदारी के लिए रात्रि 10:00 बजे तक इन रास्तों से गुजरते हैं। वन्यजीवों के विचरण से ग्रामीणों में दहशत का माहौल और जान माल का खतरा बन गया है। बताते चलें कि वन्य जीव और सरीसृप प्रजाति के कीड़े मकोड़े भी रिहायशी क्षेत्रों में निकल रहे हैं। जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल व्याप्त हो गया है। हालांकि इस बाबत पूछे जाने पर वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र पदाधिकारी महेश प्रसाद ने बताया कि वन क्षेत्र से रिहायशी क्षेत्र सटे हुए हैं जिस कारण कभी-कभार वन्यजीव रास्ता भटक कर रिहायशी क्षेत्र में प्रवेश कर जाते हैं। ग्रामीणों से अपील है कि वे सतर्क और सजग रहे किसी भी वन्यजीव को देखने के बाद उसे नुकसान नहीं पहुंचाएं। अपितु इसकी सूचना तत्काल वन क्षेत्र कार्यालय को दें वन कर्मी तत्काल उनके पास पहुंचकर वन जीव का रेस्क्यू कर लेंगे।