शहाबुद्दीन अहमद, बेतिया(प.चं.), बिहार। बैरिया प्रखंड के बगही बघांबरपुर, वार्ड नंबर 12 में काफी गहमागहमी के बीच आंगनबाड़ी के सेविका /सहायिका के चयन में बड़ी घपला सामने आया है।
मिली जानकारी के अनुसार चयनकर्ता के द्वारा शमशुन नेसा को चयन किया गया, मगर नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया। उनको बैरिया प्रखंड समेकित बाल विकास सेवा परियोजना कार्यालय बुलाया गया। जहां शमसुन निशा अपने पति शरीफ मियां के साथ जब बाल विकास सेवा परियोजना कार्यालय पहुंची तो वहां के पद पर पदस्थापित बड़ा बाबू के द्वारा नियुक्ति पत्र देने में आनाकानी की गई और नियमों को ताक पर रखकर चयनित शमसुन निशा को नियुक्ति पत्र देने से इंकार कर दिया गया जो विभागीय नियम के प्रतिकूल है। कार्यालय में पदस्थापित, बड़ा बाबू अवैध वसूली के लिए चयनित शमसुन निशा को नियुक्ति पत्र नहीं देना यह विभागीय नियम के प्रतिकूल तो है ही साथ ही बड़ा बाबू की धांधली का द्योतक है।
इस मामले में एलई की भूमिका भी संदिग्ध प्रतीत होता है। लगता है यह भी सुविधा शुल्क के लिए ऐसा करने पर मजबूर हैं। अगर चयनित शमसुन निशा को नियुक्ति पत्र नहीं मिलता है तो संबंधित पदाधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई निश्चित होना चाहिए, नहीं तो इसी तरह इन पदाधिकारियों का मनोबल बढ़ जाएगा और अवैध वसूली के लिए चयनित अभ्यर्थी को नियुक्ति पत्र देने में असमर्थता जताई जाएगी।