शहाबुद्दीन अहमद, बेतिया(प.चं.), बिहार। बेतिया नगर परिषद के सभापति गरिमा देवी सिकारिया पर अविश्वास प्रस्ताव लेने की प्रक्रिया आरंभ हो गई है। इस संबंध में पता चला है कि नगर परिषद के 15 पार्षदों ने अपना हस्ताक्षर का प्रस्ताव लाया है। सभापति पर कई गंभीर आरोप भी इन लोगों के द्वारा लगाए गए हैं। इसमें पार्षदों को अपेक्षा करना, विकास कार्य में रुचि नहीं लेना सहित अन्य आरोप भी लगाए गए हैं। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी विजय कुमार उपाध्याय ने बताया कि नगर पार्षदों के द्वारा सभापति पर लाया गया अविश्वास प्रस्ताव की पुष्टि कर दी गई है।
बेतिया नगर परिषद के सभापति गरिमा देवी सिकारिया पर नगर पार्षदों के द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाना किस हद तक सही है, आने वाला समय ही बताएगा। विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि काय के आवंटन में नगर पार्षदों की अनदेखी करने के कारण ही इस तरह का अविश्वास प्रस्ताव लाने की प्रक्रिया आरंभ की गई है ,दूसरी ओर सभापति के द्वारा इन नगर पार्षदों को कार्य आवंटन करने में पैसे की उगाही को लेकर कुछ अंदरूनी मामला पूर्व से ही चला आ रहा है, जिसे नगर पार्षदों के अंदर खलबली मची हुई है। चूंकि सरकार के द्वारा नगर एवं आवास विभाग पटना के द्वारा कार्य कराने के लिए करोड़ों की राशि आवांटित की जा चुकी है, जिसको लेकर शहर में विकास कार्य पर खर्च होना है, मगर इस कार्य में इन नगर पार्षदों की भूमिका सही नहीं रहने के कारण उन्हें काय का आवंटन, निविदा के माध्यम से होने के कारण इन्हें किसी प्रकार का लाभ नहीं होने से इस तरह का अविश्वास प्रस्ताव लाने की संभावना बन गई है।
बेतिया(प.चं.) :: बेतिया नगर परिषद की सभापति पर अविश्वास प्रस्ताव लेने की प्रक्रिया आरम्भ