बेतिया(प.चं.) :: मृदा कार्ड वर्षगांठ के उपलक्ष पर कार्यक्रम का हुआ आयोजन

शहाबुद्दीन अहमद, बेतिया(प.चं.), बिहार। मृदा कार्ड किसानों के लिए उनके जमीनों की मिट्टी के जांच, खाद,बीज एवं कीटनाशकों की आपूर्ति हेतु चलाया जा रहा यह कार्यक्रम विगत कई वर्षों से इस की वर्षगांठ मनाई जा रही है, यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री ने वर्ष 2015 से इसकी बुनियाद डाली थी और उसी समय से प्रतिवर्ष 19 फरवरी को मृदा कार्ड दिवस की वर्षगांठ मनाया जाता है। इस वर्षगांठ के उपलक्ष पर शहर में विभिन्न तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करके किसानों को उनके खेतों की मिट्टी की जांच, उर्वरक ,खाद, कीटनाशक दवाएं, बीज इत्यादि की जानकारी देने का कार्यक्रम चलता रहता है।


इस अवसर पर किसानों को मिलने वाली सरकार की योजनाओं का लाभ से जानकारी दी जाती है ताकि किसान अपने खेतों में उगने वाले फसलों से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सके और इससे लाभान्वित होकर अपने खेतों की फसलों की उगाही में इसका इस्तेमाल करके तथा अपने खेतों के मिट्टियों की जांच करा कर विभिन्न स्थानों पर की जाने वाली खेती के फसलों के अच्छे परिणाम के लिए उपयोग करके अपने खेतों की उपज को बढ़ाने में सहायता ले सकें।
सरकार के द्वारा चलाई जा रही इस मृदा कार्ड योजना को किसानों के लिए एक हितकारी लाभ योजना माना जा रहा है, जिससे किसान अपने खेतों के ऊर्जा शक्ति को बढ़ाने में इसकी सहायता ले सकेंगे, वैसे तो किसान विभिन्न प्रावधानों के अंतर्गत वैज्ञानिक तरीकों से खेती करने के लिए उससे संबंधित आधुनिक यंत्र का इस्तेमाल करते हैं ,साथ-साथ खाद, बीज, कीटनाशक दवाओं का आधुनिक तौर पर जानकारी हासिल करके फसलों के उगाई में सहायता लेते हैं, जो मृदा कार्ड के माध्यम से सरकार से मिलने वाली लाभान्वित योजनाओं का लाभ उठाकर खेतों की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने में मदद लेते हैं।


Popular posts
कुशीनगर :: भूमि के झगड़े को लेकर एक अधेड़ को पीटकर उतारा मौत के घाट, केस दर्ज, चार हिरासत में
बेतिया(पश्चिम चंपारण) :: महिला चिकित्सक व उनके कर्मी द्वारा पत्रकार के साथ किया गया दुर्व्यवहार, संघ से पत्रकार ने की विधि सम्मत कार्यवाही की लगाई गुहार
बेतिया(प.चं.) :: बाइक और साइकिल की टक्कर में एक युवक की घटनास्थल पर ही मृत्यु
Image
कुशीनगर :: महिला फुटबाल प्रतियोगिता का पहला मैच मैरवां व सिवान के बीच खेला गया, सिवान की टीम 3-1 से बिजयी हुई
Image
बेतिया(पश्चिम चंपारण) :: ऐतिहासिक शिक्षक आंदोलन का अपमानजनक एवम दुःखद अंत : प्रो रणजीत
Image