पटना :: अस्पतालों में मरीजों को दवा नहीं मिली तो नपेंगे अधीक्षक

विजय कुमार शर्मा, बिहार, पटना। बिहार के सरकारी अस्पतालों में मरीजों को दवा मिले इसके लिए सरकार ठोस कदम उठा रही है । स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के अधीक्षकों को सख्त निर्देश दिया है कि मरीजों को दवा होते हुए भी नहीं मिलने की शिकायत अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दवा का स्टॉक उपलब्ध रखें और मरीजों को जरूरत पड़ने पर अवश्य दें। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को भी इन दिनों मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में मरीजों को दवा नहीं मिलने की लगातार शिकायतें मिल रही हैं। इससे परेशान होकर उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा है कि प्राय: अस्पतालों में दवाओं एवं सर्जिकल गुड्स की कमी की शिकायतें उनके पास आती रहती है। निगम में पर्याप्त दवाएं उपलब्ध होने के बावजूद मरीजों को प्राप्त नहीं होना अच्छी बात नहीं है।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि वे बिहार मेडिकल सर्विस निगम लिमिटेड से समय से दवाओं की मांग करें, ताकि अस्पतालों में मरीजों को दवाओं के वितरण में कोई कमी नहीं हो। जानकारी के अनुसार विभाग ने समय से दवा की मांग नहीं किए जाने को लेकर अधीक्षकों की फटकार भी लगायी है। उनको ताकीद की गई है कि यदि इस तरह की शिकायतें मिलीं और जांच में सही पाई गईं तो न सिर्फ उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा, बल्कि उन पर विभागीय कार्रवाई भी हो सकती है। निगम में दवा का पर्याप्त भंडार उपलब्ध रहता है किंतु अस्पतालों में दवाएं नहीं होती हैं।
बिहार मेडिकल सिर्वसेज एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन (बीएमएसआईसीएल) स्वास्थ्य विभाग के तहत सभी प्रतिष्ठानों के लिए दवाओं व उपकरणों की एकमात्र खरीद व वितरण एजेंसी है।