कुशीनगर :: बाजारों में आज धनतेरस के अवसर बढ़ेगी खरीदारी की रौनक

सुनील कुमार तिवारी, कुशीनगर केसरी, कुशीनगर।
धनतेरस आज शुक्रवार २५ अक्टूबर को हैं। यह त्योहार त्रयोदशी तिथि को मनाई जाएगी, जो कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष शुक्रवार को शाम 7:08 से प्रारंभ होकर 26 अक्टूबर को दोपहर 3:46 बजे तक रहेगी। इसके साथ ही 5 दिवसीय दीपों के त्योहार दिवाली की शुरुआत हो जाएगी। त्योहार को लेकर मार्केट्स सजने लगे हैं। दुकानों पर खरीदारों की भीड़ जुटने लगी है। पंडितों के अनुसार आज 25 अक्टूबर की सुबह द्वादशी तिथि और शाम को तेरस रहेगी। इसके अलावा पंचांग के अनुसार 26 अक्टूबर दोपहर बाद से रूप चौदस शुरू होकर 27 अक्टूबर को सुबह तक रहेगी। प्रदोष काल अमावस्या रात में होने से दीपावली 27 अक्टूबर को मनाई जाएगी।


 पौराणिक कथाओं के अनुसार सागर मंथन के समय भगवान धनवंतरी इस दिन अमृत कलश लेकर अवतरित हुए थे। इसलिए इस दिन बर्तन खरीदने की प्रथा प्रचलित हुई। यह भी माना जाता है कि धनतेरस पर चल या अचल संपत्ति खरीदने से धन में तेरह गुणा वृद्धि होती है। इस दिन बर्तन खरीदने की परंपरा को अवश्य निभाना चाहिए। विशेषकर पीतल और चांदी के बर्तन खरीदें, क्योंकि पीतल भगवान धनवंतरी की अहम धातु है। इससे घर में अरोग्य, सौभाग्य और स्वास्थ्य लाभ की प्राप्ति होती है। व्यापारी इस विशेष दिन में नए बही खाते खरीदते हैं, जिनका पूजन वे दीपावली तक करते हैं.धनतेरस के दिन चांदी खरीदने की भी परंपरा है। चंद्रमा का प्रतीक चांदी मनुष्य को जीवन में शीतलता प्रदान करती है। चांदी कुबेर की धातु है। धनतेरस पर चांदी खरीदने से घर में यश, कीर्ति, ऐश्वर्य और संपदा की वृद्धि होती है। शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर और आंगन में दीप प्रज्ज्वलित किए जाने चाहिए। इसी दिन से दीपों के पर्व का शुभारंभ होता है।