बगहा(प.चं.) :: संविधान दिवस पर याद किए गए डॉo भीमराव अंबेडकर, संविधान के मूल्यों पर हुई चर्चा 

विजय कुमार शर्मा, कुुुशीनगर केेेसरी, बिहार। 'संविधान दिवस' के अवसर पर बिहार राज्य अनुसूचित जाति जनजाति कर्मचारी संघ बगहा के बैनर तले अनुमंडल के समक्ष बगहा दो प्रखंड परिसर अवस्थित संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर प्रतिमा स्थल के समीप ''भारतीय संविधान और डॉo भीमराव अंबेडकर'' विषय पर परिचर्चा कार्यक्रम आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता संघ के जिला सचिव जयप्रकाश 'प्रकाश' ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के  रूप में पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री पूर्णमासी राम तथा बगहा अनुमंडल पदाधिकारी विशाल राज उपस्थित रहे। उक्त जानकारी संघ के प्रचार सचिव सह मीडिया प्रभारी सुनिल कुमार 'राउत'  ने दिया एवं आगे बताया कि विभिन्न विभागों में कार्यरत अनुसूचित जाति जनजाति कर्मचारी एवं स्थानीय जनता द्वारा डॉo अम्बेडकर के योगदान को स्मरण करते हुए उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया। कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत भारतीय संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन कर किया गया। परिचर्चा कार्यक्रम में उपस्थित विद्वान एवं अम्बेडकरवादियों ने भारतीय संविधान एवं डॉo अम्बेडकर पर अपने विचार प्रस्तुत किए।मुख्य अतिथि पूर्व सांसद पूर्व मंत्री पूर्णमासी राम ने कहा कि पूरा देश भारतीय संविधान के नियमों से बँधा हुआ है और संविधान द्वारा ही हर नागरिक को संवैधानिक अधिकार मिले हैं। जनता के सुविधाओं के लिए आवश्यकतानुसार इसमें संशोधन होता रहता है। संविधान की उपयोगिता, महत्ता कभी समाप्त नही होगी। 


मुख्य अतिथि बगहा अनुमंडल पदाधिकारी विशाल राज ने संविधान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा- हमें अपने अधिकार के साथ साथ कर्तव्यों का भी ज्ञान होना चाहिए तथा निष्ठा के साथ उसका निर्वहन करना चाहिए। संविधान के लिए हमारे क्या योगदान हैं यह महत्वपूर्ण हैं। 
संघ के जिला सचिव जयप्रकाश 'प्रकाश' ने डॉo अम्बेडकर और गुरुजनों को नमन करते हुए कहा कि संविधान से ही देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था, सद्भाव, एकता, विविधता कायम है। यह हमारा ऐतिहासिक धरोहर है। इसे हर हाल में सुरक्षित, संरक्षित एवं व्यवस्थित रखने का भरपूर प्रयास होना चाहिए। बगहा 2 प्रखंड अध्यक्ष शैलेश कुमार पासवान ने कहा कि संविधान द्वारा ही हमें आजादी एवं अधिकार प्राप्त हैं। संविधान के बिना लोकतंत्र की कल्पना बेमानी होगी। सचिव रमाशंकर प्रसाद ने कहा बाबा साहब के योगदान के बिना संविधान साकार नही होता। बगहा 1 प्रखंड अध्यक्ष राजू कुमार ने संगठित होने की बात कही। संयुक्त सचिव तिरेन्द्र राम ने कहा कि हमारे उत्थान का एक ही माध्यम है और वह है संविधान। संघ के प्रचार सचिव सह मीडिया प्रभारी सुनिल कुमार 'राउत' ने अपने वक्तव्य में शिक्षा एवं नशामुक्ति पर जोर देते हुए कहा कि भारतीय संविधान की प्रस्तावना में समाहित हर एक शब्द हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं। संविधान निर्माता डॉo अम्बेडकर के बहुमूल्य योगदान की बदौलत ही आज हमें आजादी, सामाजिक, धार्मिक समानता, अधिकार और कर्तव्य मिले हैं। संविधान के आदर्शों की रक्षा करना हर नागरिक का कर्तव्य है। धर्मेंद्र भारती ने समाज को शिक्षित करने के लिए सबकी भागीदारी पर जोर दिया। घनश्याम प्रसाद ने संविधान के मूल्यों पर व्यापक चर्चा करते हुए अतीत एवं वर्तमान समय का तुलनात्मक व्याख्या कर कहा कि पूर्व में हमें अधिकार प्राप्त नही थे किन्तु संविधान के कारण ही हमें मतदान से लेकर विभिन्न प्रकार के अधिकार प्राप्त हैं। अनीता बाला ने महिलाओं की स्थिति पर प्रकाश डालते हुए महिलाओं के अधिकार को संविधान प्रदत्त बताया। अन्य वक्ताओं में राजकिशोर यादव, सुरेश राम, चंद्रिका राम, लालबचन राम, गौरव कुमार आदि ने भी अपने विचार प्रकट किए। कार्यक्रम के अंत में संघ के संरक्षक मंडल सदस्य दिनेश रंजन द्वारा समीक्षात्मक रुप से समाज के शिक्षित होने, संगठित होने पर जोर देते हुए सबको अगले पंक्ति में रहने की बात कही गई। उन्होंने कहा कि हमारा संविधान देश के लोकतांत्रिक व्यवस्था को सुचारु ढ़ंग से चलाने वाले नियम कानून का संग्रह है जो विश्व में अद्वितीय है। समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों के सामाजिक उत्थान के लिए शिक्षा अत्यंत आवश्यक है और हमारा यह प्रयास होना चाहिए कि भारतीय लोकतंत्र, शीर्ष, संवैधानिक पद के लिए हमारी भागीदारी समान हो। अंत में धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम के समापन की घोषणा की गई। मौके पर पटखौली ओपी के अनिल कु पासवान, अंबिका राम, रामकिशुन राम, मोहन मांझी, नथुनी प्रसाद, सुनिल राम, शंभू राम, राजू शर्मा, सुमन कुमार, राजेश साह, गौतम कुमार सहित दर्जनों कर्मचारी उपस्थित रहे।