छपरा :: सदर अस्पताल में लैब टेक्निशियनों को दी गयी ट्रेनिंग

• हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर होंगी 63 प्रकार की पैथोलॉजिकल जाँच सुविधाएँ उपलब्ध• प्रशिक्षित लैब टेकनीशियन देंगे एएनएम् को प्रशिक्षण।
छपरा अब सामुदायिक स्तर पर भी लोगों को पैथोलॉजिकल जाँच के लिए अस्पतालों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। जिले के प्रखंड स्तर के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर बनाये गए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर ही जाँच की सुविधाएँ उपलब्ध होंगी। इसको लेकर सदर अस्पताल के क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र में जिले के सभी लैब टेक्निशियनों का एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें में जांच किट के बेहतर उपयोगिता को लेकर प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षक सह सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. दीपक कुमार ने बताया कि किसी भी बीमारी के पूरी तरह से खत्म होने में जांच आवश्यक है।कीट के माध्यम से से ही बीमारी के प्रकार की जानकारी मिलती है। जिससे रोग को आसानी से ठीक किया जा सकता है। साथ ही बताया कि सदर अस्पताल में कई बीमारी के जांच को लेकर विभिन्न तरह के कीट उपलब्ध हैं, जिसका बेहतर तरीके से उपयोग किया जा रहा है, और इससे लोगों को लाभ भी मिल रहा है। इस अवसर पर डीएस डॉ.दीपक कुमार, केयर इंडिया के डीटीएल संजय कुमार विश्वास,अमानत एनएमएस ज्योति डागर, केयर इंडिया के बीएम अमितेष कुमार समेत अन्य चिकित्साकर्मी मौजूद थे। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर एएनएम को सामान्य पैथोलॉजिकल जाँच के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। जिसमें हेमोग्लोबिन की जाँच, मलेरिया जाँच के लिए ब्लड स्लाइड बनना, एंटीजेन आधारित त्वरित मलेरिया जाँच, निश्चय किट से यूरिन प्रेगनेंसी टेस्ट, ग्लूकोमीटर से मधुमेह की जाँच, यूरिन डिपस्टिक से मधुमेह की जाँच, यूरिन डिपस्टिक से एल्ब्यूमिन की जाँच एवं एसिड फ़ास्ट बेसिली(एएफबी) के लिए स्पुटम कलेक्शन जैसे कुल 8 जाँच शामिल होंगे. इसके अतिरिक्त हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 63 प्रकार के पैथोलॉजिकल जाँच भी उपलब्ध कराये जाने के संबंध में निर्देशित किया गया है।
केयर इंडिया के डीटीएल संजय कुमार विश्वास ने बताया कि जिले के प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र में टेक्नीशियन अपने अपने स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित एएनएम को इसकी जानकारी देंगे। एएनएम को तकनीकी रूप से दक्ष किया जायेगा ताकि गैर संचारी रोगों की स्क्रिनिंग, प्रसव पूर्व जांच व अन्य जांचों को सही तरीके से कर सके। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं प्रशिक्षणार्थी ने शपथ लिया कि वह पूरी ईमानदारी के साथ विभाग द्वारा निर्देशित नियमों का पालन करेंगे। ताकि अधिक से अधिक मरीज को लाभ मिल सके। एएनएम को ट्रेनिंग देने के बाद भी मासिक बैठकों में उन्हें निरंतर रिफ्रेशर प्रशिक्षण प्रदान कराया जाएगा ताकि सभी एएनएम इन सभी जाँच एवं नमूना संग्रहण में तकनीकी रूप से दक्ष हो सकें। इससे एएनएम गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग, प्रसवपूर्व जाँच एवं अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों के दौरान दक्षता से जाँच करने में सक्षम हो सकेंगी।