डेस्क, कुशीनगर केसरी, मुंबई, महाराष्ट्र। देश में सुरों की कोकिला कहे जाने वाले “ऐ मेरे बतन के लोगो जरा आंंख मे भर लो पानी” को स्वर देेेने वाली स्वर कोकिला लता मन्गेशकर आज दुनिया को अलविदा कह गई। लता मंगेशकर भारत की सबसे लोकप्रिय और आदरणीय गायिका थी, जिनका छ: दशकों का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा पड़ा है।
हालाँकि लता जी ने लगभग तीस से ज्यादा भाषाओं में फ़िल्मी और गैर-फ़िल्मी गाने गाये हैं लेकिन उनकी पहचान भारतीय सिनेमा में एक पार्श्वगायक के रूप में रही है। उनको भारत रत्न, पद्म विभूषण, पद्म भूषण, दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाजा जा चुका है लेकिन आज वह स्वर कोकिला इस जहां को अलविदा कह कर सुर के एक महान हस्ती को समाप्त कर गई।