बेतिया(प.चं.) :: मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों के द्वारा निर्गत टीसी की मान्यता मिलेगी : जिला शिक्षा पदाधिकारी

शहाबुद्दीन अहमद, कुशीनगर केसरी, बिहार, बेतिया(प.चं.)। प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक में यह जानकारी दी गई के जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय से टीसी के विषय में यह निर्देश जारी किया गया है के मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूल अपनी टीसी छपवाएंगे और उसी के आधार पर हाई स्कूल में बच्चों का नामांकन किया जाएगा, जो डीईओ के माध्यम से भी मान्य है ,और इसके लिए एक चिट्ठी भी हाई स्कूल में भेजी जाएगी, मौके पर बैठक में अध्यक्ष व जिला सचिव, अब्दुल्लाह उर्फ अरशद सर्दी ने सभी शिक्षकों को इसकी जानकारी दी, इस अवसर पर सनत कुमार, सचिव मुन्ना खान, शमशाद आलम ,विजय कुमार, जयशंकर प्रसाद, धनंजय साह, विनय कुमार, धर्मेंद्र सराफ, शशि, सुजीत कुमार आदि शिक्षक उपस्थित थे।
प्राइवेट स्कूल से पास छात्र छात्राओं को टीसी के चलते नामांकन कराने में काफी कठिनाइयां होती थी, और बच्चों का जीवन अंधकारमय था, इसी वजह कर मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों के द्वारा यह मांग की गई थी के मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों के द्वारा निर्गत टीसी की मान्यता, जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय से दी जाए ताकि बच्चों का नामांकन कराने में आसानी हो सके ,इस पर बड़ी गौर व विचार करने के बाद यह निर्णय सामने आया कि मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों के द्वारा निर्गत टीसी को भी मान्यता दी जाएगी ,जिसे हाई स्कूलों में बच्चों के नामांकन करने में आसानी होगी। ऐसा निर्णय हो जाने से छात्र- छात्राओं को कुछ विद्यालयों में नामांकन कराने हेतु जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा और आसानी से छात्र-छात्राओं का नामांकन अपने पड़ोस के क्षेत्र के विद्यालयों में नामांकन हो जाएगा। मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों के द्वारा निर्गत टीसी से छात्र -छात्राओं को अपने संपोषित क्षेत्रों में नामांकन की प्रक्रिया में आसानी होगी। विगत कई वर्षों से मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों के द्वारा निर्गत टीसी से छात्र- छात्राओं को बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था और अपनी टीसी को जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में ,प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के माध्यम से प्रति हस्ताक्षर कराना अनिवार्य था ,जिससे छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था और कार्यालय का चक्कर लगाने में आर्थिक तथा शारीरिक परेशानी भी उठानी पड़ती थी, इस वजह कर छात्र-छात्राओं में बड़ी परेशानी होती थी, मगर प्राइवेट स्कूलों के द्वारा निर्गत टी सी की मान्यता होने की प्रबल संभावना बन रही है, जिससे छात्र-छात्राओं का नामांकन कराने में कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ेगा, यह एक अच्छी खबर छात्र-छात्राओं के बीच जाएगी और उनके अभिभावकों को भी राहत मिलेगी।