मिर्जापुर :: आज १४ दिसंबर को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारित किए गए चिन्हित मामले और जुर्माने की राशि भी वसूली गई

अन्नपूर्णा श्रीवास्तव, कुशीनगर केसरी, मिर्जापुर। राष्ट्रीय लोक अदालत में 6255 चिन्हित मामलों का निस्तारण किया गया और 5.77 लाख रुपया जुर्माना के रूप में वसूला गया और 35 मोटर दुर्घटना ग्रस्त मुकदमों को निस्तारित किया गया और मृतकों व घायलों के परिजनों को 149.40 लाख का चेक बीमा कंपनियों से प्रतिकार के रूप में दिलाया गया।


माननीय सर्वोच्च न्यायालय एवं उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशन पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा दीवानी न्यायालय परिसर में आज १४ दिसंबर को राष्ट्रीय लोक अदालत तथा प्री-लिट्रिगेशन लोक अदालत भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, आर्यावर्त बैंक, इलाहाबाद बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक व सेंट्रल बैंक के द्वारा पंडाल लगाकर कुल 37 अदालतों का गठन किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ जनपद के न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुरेंद्र कुमार सिंह एवं सभी न्यायिक अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया।


जनपद न्यायाधीश श्री सुरेंद्र कुमार सिंह ने 12 मोटर दुर्घटना प्रतिकार मामलों का निस्तारण किए और मृतक व घायलों के परिजनों को 41.95 लाख का चेक दिला कर राहत प्रदान किए और चार मुकदमे आर्बिट्रेशन का निस्तारण किए और 22.81 मुक्त किए। वहीं प्रथम अपर जनपद न्यायाधीश भगवती प्रसाद सक्सेना ने एक मोटर दुर्घटना प्रतिकार बाद और तीन अन्य मुकदमे निस्तारित किए और मृतकों व घायलों के परिजनों को 60 लाख प्रतिकार चेक दिलाएं और दो अन्य वादों का भी निस्तारण किए। विशेष न्यायाधीश एससी एसटी एक्ट संजय शुक्ला ने 10 धारा 340 के मुकदमोंं का निस्तारण सुलह समझौते के आधार पर और 4 हजार की वसूली किया। इस दौरान तृतीय अपर न्यायाधीश श्रीमती बृजेश सिंह ने 5 मोटर दुर्घटना प्रतिकार वाद और तीन अन्य मुकदमेंं निस्तारित किए और मृतकों व घायलों के परिजनों को 42.89 लाख प्रतिकर चेक दिलाईंं। वहीं विशेष न्यायाधीश ईसी एक्ट समरपाल सिंह ने 141 विद्युत अधिनियम के मुकदमों का निस्तारण किए और 12,500 रुपये जुर्माना के रूप में वसूल किए। आगे अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश पास्को ज्ञानेंद्र राव ने तीन मोटर दुर्घटना प्रतिकर वादों का निस्तारण किए और मृतकों एवं घायलों के परिजनों को 16.65 लाख प्रतिकर दिलवाए। पंचम अपर जनपद न्यायाधीश अनिल कुमार यादव ने पांच मोटर दुर्घटना प्रतिकर व एक अन्य वादों का निस्तारण किए और 18.90 लाख रुपया प्रतिकर दिलाए। षष्ठम अपर जनपद न्यायाधीश अच्छेलाल सरोज ने दो मोटर दुर्घटना प्रतिकर वाद का निस्तारण किए और 10.50 लाख रुपया प्रतिकर दिलाए।


वहींं वादों के निस्तारण में प्रधान न्यायाधीश श्रीमती प्रीति श्रीवास्तव ने 42 परिवारिक मामलों का निस्तारण सुलह समझौते के आधार पर किया। जनपद एवं सत्र न्यायाधीश एफटीसी जितेंद्र मिश्रा ने 5 मोटर दुर्घटना प्रतिकर और अन्य 2 वादों का निस्तारण सुलह समझौते के आधार पर किए और 10.65 लाख मृतकों और घायलों के परिवार वालों को प्रतिकर चेक दिला कर राहत प्रदान किया। अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश एफटीसी यज्ञेश चंद पांडे ने दो मोटर दुर्घटना प्रतिकर मामले तथा चार अन्य मामले का निस्तारण किए और मृतकों और घायलों के परिवार वालों को 23.50 लाख रुपए का प्रतिकर चेक दिला कर राहत प्रदान किए। स्थाई लोक अदालत चेयरमैन चिंतामणि शुक्ला द्वारा चार मुकदमों का निस्तारण समझौता के आधार पर किया गया। वहीं मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री इंद्रजीत सिंह ने 434 मुकदमों का निस्तारण किया और 2.96 लाख जुर्माना वसूल कर राजकोष में जमा कराया। सिविल जज(सी.डि.) लवली जायसवाल ने 02 सक्सेशन वाद तथा 67 अन्य वाद निस्तारित की और 16.36 लाख रुपए का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र प्रदान किया। प्रथम अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती नेहा गंगवार ने 377 मुकदमों का निस्तारण की और 1.84 लाख रुपए की जुर्माना वसूल की। सिविल जज(सी.डि.) प्रतिभा ने 156 वादों का निस्तारण किया और 40 हजार रुपये जुर्माने के रूप में वसूल किया। इस दौरान पूर्णकालिक सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनिल कुमार यादव ने 687 प्री-लिटिगेशन बैंक ऋण मामलों का निस्तारण सुलह समझौता के आधार पर कराया और 5.17 करोड़ नगद की वसूली की। सिविल जज(जू.डि.) चुनार अभिनव जैन ने एक दीवानी वाद का निस्तारण सुलह समझौते के आधार पर कराया। प्रथम अपर सिविल जज(जू.डि.) सुमित पराशर ने चार लघु आपराधिक वादों का निस्तारण किए और 4.7 हजार रुपया जुर्माना वसूल किए। अपर सिविल जज(जू.डि.) एफटीसी सुश्री अवंतिका प्रभाकर ने एक दीवानी वाद व एक एनआई एक्ट वाद का निस्तारण किया। विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट बलराम पांडेय ने 32 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण किए और 13,950 रुपये जुर्माना वसूल कर राजकोष में जमा कराए।


इस अवसर प राजस्व वाद के एवं उप जिलाधिकारियों व तहसीलदार, नायब तहसीलदारों के न्यायालयों द्वारा 5863 वादों का निस्तारण किया गया। नगर पालिका परिषद द्वारा 2290 मामलों का निस्तारण किया गया तथा बीएसएनएल द्वारा टेलीफोन के मामलों का निस्तारण किया गया और 17000 रुपये का बकाया भी वसूल किया गया। इस राष्ट्रीय लोक अदालत में वरिष्ठ लिपिक दिपक श्रीवास्तव, वरिष्ठ अधिवक्ता विशाल एवं समस्त न्यायिक कर्मचारी गण उपस्थित होकर सहयोग प्रदान किए।