बेतिया(प.चं.) :: भूमि बंदोबस्ती के फर्जीवाड़े में सीआई और राजस्व कर्मी फंसे

शहाबुद्दीन अहमद, बेतिया(प.चं.), बिहार। भूमि बंदोबस्ती के फर्जीवाड़े के मामले में जिलाधिकारी डॉ नीलेश राम चंद्र देवर ने जमीन बंदोबस्ती को निरस्त कर दिया है साथ हीं इस फर्जीवाड़े में सहयोगी रहे तत्कालिन अंचल निरीक्षक एवं राजस्व कर्मचारी पर कार्रवाई का निर्देश दिया है।


इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार गौनाहा अंचल के मौजा बरहरवा में कौशल किशोर पासवान के नाम से खाता नंबर 130 खेसरा नंबर 235 /1 में 1 एकड़ 6 डिसमिल भूमि बंदोबस्ती की गई थी, अभिलेख संधारण में आवेदक का जाति पासी अंकित किया गया था जिसे बाद में मिटा कर उस पर दुसाध लिख दिया गया है लेकिन दखल-दिहानी एवं पर्चा वितरण में केवल कौशल किशोर ही लिखा गया है। जबकि गौनाहा के तत्कालीन अंचलाधिकारी ने अपने प्रतिवेदन में कौशल किशोर के सोनार जाति होना प्रतिवेदित किया गया है जांच प्रतिवेदन में यह स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि कौशल किशोर ने अपनी पहचान छिपाकर ०१ एकड़ ०६ डिसमिल जमीन को अपने नाम बंदोबस्त करा ली। जिला पदाधिकारी ने वर्णित तत्थ्यों पर अनुमंडल पदाधिकारी के अनुशंसा के आलोक में वर्ष 91-92 में कौशल किशोर पासवान के नाम पर स्वीकृत बंदोबस्ती पत्र को निरस्त कर दिया है और दोषी राजस्व कर्मचारी एवं अंचल निरीक्षक पर दायित्व निर्धारित करते हुए उनके विरूद्ध आरोप पत्र भेजने का निर्देश गौनाहा के अंचलाधिकारी को दिया है। इस प्रकार भूमि बंदोबस्ती के मामले में जमीन फर्जीवाड़े का मामला कई बार उजागर हुआ है मगर केवल चेतावनी देकर छोड़ दी जाती है जिससे राजस्व कर्मी एवं अंचलाधिकारी की मनोबल बढ़ता जाता है और इस तरह की जमीन बंदोबस्ती में फर्जीवाड़ा करने का मामला बढ़ता जा रहा है जिसको रोकना इस समय बहुत जरूरी बन गया है। अन्यथा अगर रोकथाम नहीं की गई तो कितने लोगों का जमीन बंदोबस्ती के फर्जीवाड़ा मामले में मामला उजागर होगा।