• 27 से 4 फरवरी तक चलेगा अभियान • राज्यस्तर पर एसपीओ करेंगे अभियान की मॉनिटरिंग • जिलास्तरीय मॉनिटरिंग टीम का हुआ गठन।छपरा। जिले में 27 जनवरी से कालाजार मरीज खोज के लिए विशेष अभियान की शुरूआत की गयी है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने विधिवत अभियान की शुरूआत की। इस मौके पर उन्होने कहा कि अभियान चलकार संदिग्ध कालाजार व पीकेडीएल के रोगियों की नि:शुल्क एवं पूर्ण इलाज ससमय मुहैया करायी जायेगी। इसको लेकर सभी कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। सभी बीसीएम को निर्देश दिया है कि कालाजार मरीजों की खोज अभियान में आशा कार्यकर्ताओं का सहयोग करें। अभियान को हर हाल में सफल बनाना है। आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर कालाजार मरीजों की पहचान करेंगी। ऐसे मरीजों की पहचान करना है जिन्हें 15 दिनों से अधिक से बुखार हो। अगर ऐसे मरीजों पाये जाते हैं तो उन्हें इलाज के नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में भेजें। इस मौके पर डीएमओ डॉ. दिलीप कुमार सिंह, भीडीसी सुधीर कुमार सिंह, केयर इंडिया डीपीओ-भीएल आदित्य कुमार समेत अन्य मौजूद थे। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि जिले के 709 गांवों को चिन्हित किया गया है जहां पर यह विशेष अभियान चलाकर कालाजार मरीजों की पहचान की जायेगी। इसके लिए 1471 आशा कार्यकर्ता व 165 आशा फैसलिटेटर को लगाया गया है। जो घर-घर जाकर मरीजों की पहचान करेंगी। साथ ही साथ प्रखंडों के केटीएस-बीसी को भी लगाया गया है। सभी बीसी व केटीएस को निर्देश दिया गया है कि प्रतिदिन शाम में मॉनिटिरिंग करते हुए रिपोर्ट अपलोड कराना सुनश्चित करेंगे। इस अभियान को लेकर राज्य व जिलास्तर पर मॉनिटरिंग की जा रही है। राज्य स्तर पर एसपीओ मॉनिटरिंग करेंगे तथा जिलास्तर पर भी मॉनिटरिंग टीम का गठन किया गया है। जिसमें जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर, एसीएमओ डॉ. सरोज सिंह, डीएमओ डॉ. दिलीप कुमार सिंह को शामिल किया गया है। ये सभी जिलास्तर पर पूरे अभियान की मॉनिटरिंग करेंगे तथा प्रतिदिन शाम को इसका रिपोर्ट जिलाधिकारी को देंगे।
रोगियों को मिलेगा उपचार और प्रोत्साहन राशि:
इस अभियान के तहत आशा जब गृह भ्रमण करेगी इस दौरान जिन व्यक्तियों को दो सप्ताह से अधिक समय से बुखार रह रहा हो, वजन लगातार कम हो रहा हो, भूख नहीं लगती हो या चर्म कालाजार रोगी (जैसे सूखी सिहूली आदि) मरीजों को संबंधित पीएचसी में लाकर उनके कालाजार की जांच की जाएगी। अगर वह कालाजार से ग्रसित पाए जाते हैं तो उनका संपूर्ण उपचार किया जाएगा। इलाज के पूरा हो जाने पर उन्हें 7100 की राशि भी दी जाएगी। बैठक में कमजोर पहलुओं पर सुधार करने का निर्देश भी दिया गया। मरीजों की पहचान के लिए आशा कार्यकर्ताओं को एक फॉर्मेट उपलब्ध कराया जायेगा। जिसे लेकर वे घर-घर जायेंगी और निर्धारित सवाल का जवाब लेकर उस फार्मेट में भरना होगा। आशा अपने पोषण क्षेत्र के प्रत्येक घरों का सर्वे कर कालाजार मरीजों की पहचान करेंगी। अगर ऐसा कोई मरीज मिलता है तो उसे तुरंत नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराना सुनिश्चित करेंगी। यह अभियान एक सप्ताह तक चलेगा। सर्वे रिपोर्ट प्रतिदिन आशा फैसलिटेटर को सौंपेंंगी
छपरा :: कालाजार मरीज खोज अभियान शुरू, 709 गांवों में घर-घर जायेंगी आशा कार्यकर्ता