कुशीनगर :: भाकियू भानु गुट ने लक्ष्मीगंज चीनी मिल को चलाने को लेकर प्रयागराज में किया आवाज बुलंद

डेस्क, कुशीनगर केसरी, कुशीनगर। भारतीय किसान यूनियन (भानु) की जिला इकाई, कुशीनगर के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह जनपद के किसानों की समस्याओं को लेकर यूनियन के जिला सचिव रामपति सेन के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता और किसानों को लेकर प्रयागराज में हो रहे तीन दिवसीय राष्ट्रीय महापंचायत (चिन्तन शिविर) में पहुँच कर आठ सूत्रीय माँगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सम्बंधित पंचायत के माध्यम से जिला प्रशासन प्रयागराज को सौपतें हुए अवगत कराया है कि लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मील को चलवाने के लिये यूनियन के जिलाध्यक्ष श्री सिंह की अध्यक्षता लगातार 109 दिन अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन चीनी मील गेट पर किया गया था उसके बाद भी राज्य सरकार लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मील को चलवाने के लिये अभी तक घोषणा नही किया जो दुर्भाग्यपूर्ण के साथ साथ इस परिक्षेत्र के किसानों के साथ धोखा भी है।
अपने ज्ञापन के माध्यम से यूनियन के जिलाध्यक्ष श्री सिंह ने माँग किया है कि लक्ष्मीगंज बन्द चीनी को चलवाने के लिये राज्य सरकार अबिलम्ब घोषणा करेंं। कप्तानगंज चीनी मील पर किसानों के गन्ने का भुगतान पेराई सत्र 2018-19 का करोडों रुपये बाकी है उसे माननीय उच्च न्यायालय के आदेशानुसार 15 प्रतिशत ब्याज के साथ किसानों के खाते में भेजवाया जाय। कप्तानगंज चीनी मील पर पेराई सत्र 2002-03 का किसानों के गन्ने का भुगतान का जो डिफर बाकी है उसे जल्द से जल्द कराया जाय| सरकारी गन्ना विकास समिति लि० छितौनी का गन्ना पेराई सत्र 2014-15 और पेराई सत्र 2017-18 में जनपद महराजगंज के गरौरा चीनी मील पर गया था जिसका भुगतान क्रमशः 59.41 और 24.84 लाख रूपये बाकी है उसे जल्द से जल्द किसानों के खाते में भेजवाया जाय| सरकारी गन्ना विकास समिति लि० खड्डा का गन्ना पेराई सत्र 2014-15 और पेराई सत्र 2017-18 में जनपद महराजगंज के गरौरा चीनी मील पर गया था जिसका भुगतान क्रमशः 23.06 और 176.77 लाख रूपये बाकी है उसे जल्द से जल्द किसानों के खाते में भेजवाया जाय| जनपद कुशीनगर गन्ना बाहुल्य क्षेत्र है इस जनपद में किसान की नकदी फसल गन्ना ही है और इसी गन्ने के सहारे किसान अपने घर की सभी जरूरतों को पूरा करता है| इस जनपद में किसान गन्ना पर्ची के अभाव में अपने गन्ने को चीनी मील पर ले जाने के लिये दर दर की ठोकरें खाने के लिये मजबूर हो गया है और सरकार मूकदर्शक बनकर सिर्फ तमाशा देख रही है। कुछ ऐसे किसान है जो गन्ने के पर्च्री न मिलने के वजह से अपने खेत में गेहूँ की बुवाई भी नही कर पाये है| हमारा यूनियन माँग करता है कि जनपद के किसानों को गन्ने की पर्ची की व्यवस्था सरकार दुरुस्त करे ताकि किसानों को इस समस्या से निजाद मील सकें। योगी सरकार द्वारा पेराई सत्र 2018-19 और 2019-20 में गन्ने का न्यूतम समर्थन मूल्य नही बढ़ाया गया जो सीधे सीधे किसानों के साथ घोर अन्याय किया जा रहा है जबकि इन दो सालों में डीजल, गन्ना की छिलाई और लदाई की मजदूरी के साथ साथ जुताई के दाम भी बढ़े है। यह सरकार किसान विरोधी सरकार है इस सरकार में किसानों का भला होने वाला नही है| हमारा यूनियन लगातार माँग कर रहा है कि गन्ने का समर्थन मूल्य सरकार पेराई सत्र 2019-20 का 500/- प्रति कुन्तल करें तभी जाकर किसानों का भला हो सकता है। हमारा यूनियन माँग करता है कि लक्ष्मीगंज को नगर पंचायत का दर्जा दिया जाय जो जनहित में होगा| अन्त में जिलाध्यक्ष श्री सिंह ने कहा है कि यदि किसानों की मांगों के ऊपर सरकार त्वरित कोई कार्यवाही नही करती है तो हमारा यूनियन पूरे उत्तर प्रदेश में एक बृहद किसान आन्दोलन करने के लिये बाध्य होगें जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। इस मौके पर माहेश्वर सिंह, रामाश्रय यादव, रामअधार प्रसाद, कुसुम देवी, राधे प्रसाद, रीता देवी, सुनीता देवी, फेकू प्रसाद, रामदवन सिंह, सुमन सिंह, बरखा सिंह के साथ साथ अन्य कार्यकर्ता और किसान मौजूद रहे।