शहाबुद्दीन अहमद, बेतिया(प.चं.), बिहार। जिला पश्चिम चम्पारण के स्थानीय समाहरणालय के समक्ष विश्व मातृभाषा दिवस के अवसर पर बिहार बंगाली समिति की पश्चिमी चंपारण इकाई के तत्वाधान में बिहार सरकार द्वारा बांग्ला भाषा के प्रति उदासीनता के खिलाफ एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया ।इसमें जिलाध्यक्ष राधाकांत देव नाथ ,सचिव जगदीश बर्मन, डॉक्टर मदन बनीक, कृष्णा धनदास, सुनील मंडल पांच सदस्य प्रतिनिधि मंडल ने इस संबंध में निम्न वत मांगों को रखते हुए जिला पदाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें लिखा गया है कि मात् भाषा में छमाही और वार्षिक मूल्यांकन हो ,हिंदी उर्दू की तरह बांग्ला भाषा की पुस्तकों की आपूर्ति अविलंब व्यवस्था हो, शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों में बांग्ला भाषी छात्रों के लिए बांग्ला में प्रशिक्षण की व्यवस्था हो, उच्चतर एवं महाविद्यालयों में बांग्ला भाषी शिक्षकों की नियुक्ति की अविलंब व्यवस्था हो, भारत की प्राचीनतम बांग्ला अकादमी का समुचित विकास हो, बिहार बांग्ला अकादमी में पूर्व की भांति स्थाई अध्यक्ष एवं निदेशक की पदस्थापन हो, प्रारंभिक विद्यालयों में उर्दू की तरह बांग्ला शिक्षकों की नियुक्ति की व्यवस्था हो ,इस अवसर पर डॉ मदन बनीक, जगदीश वर्मन, कृष्ण दास जिला परिषद भास्कर भौमिक, दीपक चंद्र डे ,विपुल भट्टाचार्य, मनीला , शोभा देवी ,प्रतिमा चक्रवर्ती हाथों में विभिन्न नारों को लेकर मौजूद रहे। धरना में मूल रूप से पश्चिमी चंपारण के शनिचरी, बैरिया, मझरिया हजारी कैंप ,मैनाटांड़ के विभिन्न गांवों से आए हुए प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
बेतिया(प.चं.) :: विश्व मातृभाषा दिवस के अवसर पर सरकार द्वारा बांग्ला भाषा के प्रति उदासीनता के खिलाफ बंगाली समिति ने दिया धरना