देवरिया :: फर्जी प्रवेश पत्र व मार्कशीट बनाने वाले गैंग का हुआ खुलासा, 91 अंकपत्र, 35 मोहर, 16 कक्ष निरीक्षक का प्रवेश पत्र बरामद, गिरोह के सरगना सहित चार मुन्ना भाई गिरफ्तार

आदित्य प्रकाश श्रीवास्तव/मनोज पाण्डेय, देवरिया। जनपद में फर्जी अंक पत्र बनाने का कारोबार कई वर्षों से चल रहा था लेकिन पुलिस और एसओजी टीम प्रभारी के सक्रियता ने फर्जी मार्कशीट बनाने वाले और प्रवेश पत्र बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर दिया है।
यह मामला तब प्रकाश में आया जब डीएम अमित किशोर और पुलिस अधीक्षक श्रीपति मिश्र ने सभी अभिलेखों का गहनता से और सक्रियता से जांच करना शुरू की तो एक ऐसा खुलासा हुआ जो शिक्षा विभाग पर सवालिया निशान खड़ा करता है। वहीं दिग्विजय सिंह पुत्र मुन्सी सिंह निवासी हरैया थाना तरकुलवा जनपद देवरिया लिपिक राधा कृष्ण बालिका इंटरमीडिएट कॉलेज, चन्द्र प्रताप सिंह पुत्र भोला सिंह निवासी कनक पुरा थाना तरकुलवा जनपद देवरिया, अजय गौड़ पुत्र वशिष्ठ गौड़ निवासी कनकपुरा थाना तरकुलवा जनपद देवरिया, अंगद गौड़ पुत्र भूपेन्द्र गौड़ निवासी कनकपुरा थाना तरकुलवा जनपद देवरिया की गिरफ्तारी हुई है।
बता दें कि एसओजी टीम देवरिया एवं थाना तरकुलवा पुलिस को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि तरकुलवा कस्बे में स्थित पी एन डिजिटल फोटो स्टूडियो में कुछ लोगों द्वारा बोर्ड की परीक्षा में दूसरे का फर्जी प्रवेश पत्र तथा हाईस्कूल व इंटर मीडिएट के फर्जी अंक पत्र बनाने का कार्य किया जा रहा है। जिसपर पुलिस टीम द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षक एवं एसडीएम सदर को लेकर मौके पर पहुॅचते हुए उक्त फोटो स्टूडियो की घेराबन्दी कर मौके से चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश के इण्टर मीडिएट के अंक पत्र कुल 26, सादा अंक पत्र 07, हाईस्कूल के अंक पत्र 65, झारखण्ड स्टेट ओपेन स्कूल के अंक पत्र हाईस्कूल व इण्टर 06 आधार कार्ड 17, फोटो अलग.अलग व्यक्तियों के 28, पासबुक पूर्वांचल बैंक 11, कक्ष निरीक्षक परिचय पत्र 16, मुहर भिन्न-भिन्न स्थानों के 35, प्रवेश पत्र 14, लैपटाॅप 2, प्रिन्टर 3, सीपीयू 1, माॅनीटर 1 सहित दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय स्नातक के 11अंक पत्र बरामद किया गया।
उक्त छापेमारी व बरामदगी की पुष्टि डीएम व एसपी देवरिया ने संयुक्त रुप से प्रेस वार्ता कर किया और आगे अधिकारी द्वय ने बताया कि आज मुखबिर की जरिए जो भी बरामद हुए हैं इससे मुन्ना भाईयों के मंसूबों पर पानी फिर गया है। इसमें जो भी संलिप्त हैं उनको बक्सा नहीं जाएगा। गिरफ्तार करने वाली टीम में उप निरिक्षक नरेन्द्र प्रताप राय थानाध्यक्ष तरकुलवा देवरिया, उप निरिक्षक अनिल यादव प्रभारी एसओजी टीम, उप निरिक्षक संतोष सिंह एसओजी, उप निरिक्षक घनश्याम सिंह एसओजी, मुख्य आरक्षी योगेन्द्र एसओजी, कांस्टेबल प्रशान्त शर्मा एसओजी, अरूण खरवार एसओजी देवरिया शामिल रहे।