मिर्जापुर :: राष्ट्रीय लोक अदालत में 4582 चिन्हित मामलों का निस्तारण और वसूला गया जुर्माना

अन्नपूर्णा श्रीवास्तव, मिर्जापुर। सर्वोच्च न्यायालय एवं उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा दीवानी न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत तथा प्री-लिटिगेशन लोक अदालत का शुभारंभ जनपद न्यायाधीश वह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुरेंद्र कुमार सिंह एवं सभी न्यायिक अधिकारी द्वारा संयुक्त रूप से मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया।गौरतलब है कि जनपद न्यायाधीश सुरेंद्र कुमार सिंह ने 8 मोटर दुर्घटना प्रतिकर मामलों का निस्तारण किए और मृतक व घायलों के परिजनों को 39.15 लाख रुपए का चेक दिला कर राहत प्रदान किए और साथ हीं आर्बिट्रेशन मुकदमों का निस्तारण किए और 932.45 लाख रुपया मुक्त किए। प्रथम अपर जनपद न्यायाधीश भगवती प्रसाद सक्सेना ने तीन मोटर दुर्घटना प्रतिकर वाद निस्तारित किया और मृतकों व घायलों के परिजनों को 25.75 लाख प्रतिकर दिलाएं और दो अन्य वादों का निस्तारण किया। विशेष न्यायाधीश एससी एसटी एक्ट संजय हरी शुक्ला ने 06 धारा 340 के मुकदमों का निस्तारण सुलह समझौते के आधार पर किए और ₹15 हजार की वसूली किया। तृतीय अपर जनपद न्यायाधीश श्रीमती बृजेश सिंह ने चार मोटर दुर्घटना प्रतिकर बाद और 6 अन्य मुकदमे निस्तारित किए और मृतकों व घायलों के परिजनों को 14.75 लाख प्रति कर चेक दिलाई। विशेष न्यायाधीश ईसी एक्ट समर पाल सिंह ने 02 मोटर दुर्घटना प्रतिकार वादों का निस्तारण किया मृतकों और घायलों के परिजनों को 14.40 प्रतिकर दिलाया और 31 विद्युत अधि. के मुकदमों निस्तारण किए और 15.500 रुपये का वसूली किए। अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश पास्को ज्ञानेन्द्र राव ने दो मोटर दुर्घटना प्रतिकर वादों का निस्तारण किया और मृतकों एवं घायलों के परिजनों को 11.00 लाख प्रतिकर दिलाया। वहीं पंचम अपर जनपद न्यायाधीश अनिल कुमार यादव ने 06 मोटर दुर्घटना प्रतिकर व 06 अन्य वादों का निस्तारण किया और 18.90 लाख रुपया प्रति कर दिलाए। षस्टम अपर जनपद न्यायाधीश अच्छेलाल सरोज ने दो मोटर दुर्घटना प्रतिकर वाद का निस्तारण किया। आगे प्रधान न्यायाधीश श्रीमती प्रीति श्रीवास्तव ने तीन पति-पत्नी को एक साथ मिलाकर विदाई कराई और 31 परिवारिक मामलों का निस्तारण सुलह समझौते के आधार पर किया। जनपद एवं सत्र न्यायाधीश एफटीसी जितेंद्र मिश्रा ने चार मोटर दुर्घटना प्रति और अन्य 4 वादों का निस्तारण सुलह समझौते के आधार पर किए और 21.15 लाख मृतकों और घायलों के परिजनों को प्रति कर चेक दिला कर राहत प्रदान किए। अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश एसटीपी यज्ञेश चन्द्र पांडे ने दो मोटर वाहन दुर्घटना प्रतिकर मामले तथा पांच अन्य मामले का निस्तारण किया और मृतकों और घायलों के परिवार वालों को 43.35 लाख रुपया का चेक दिला कर राहत प्रदान किए। इस दौरान स्थाई लोक सेवा अदालत चेयरमैन चिंतामणि शुक्ला द्वारा 12 मुकदमों का निस्तारण सुुुलह समझौते के आधार पर किया गया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट इंद्रजीत सिंह ने 425 मुकदमों का निस्तारण किया 3.33 लाख रुपये वसूल कर राजकोष में जमा कराए। सिविल जज(सीनियर डिवीजन) श्रीमती लवली जायसवाल ने 7 सक्सेशन बाघ तथा 5 ओएस वाद निस्तारित किया और 41.22 लाख रुपए उत्तराधिकार प्रमाण पत्र प्रदान किया। प्रथम अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती नेहा गंगवार ने 262 मुकदमों का निस्तारण की और 1.56 लाख रुपए जुर्माना वसूल की। अपर सिविल जज(सीनियर डिविजन) सुश्री प्रतिभा ने 38 मुकदमों का निस्तारण किया और ₹28 हजार जुर्माने की वसूली की। पूर्णकालिक सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अमित कुमार यादव ने 1707 प्री-लिटिगेशन बैंक मामलों का निस्तारण सुलह समझौतों के आधार पर कराई और 448.74 लाख रुपए नगद की वसूली की। प्रथम अपर सीनियर सिविल जज(जूनियर डिविजन) सुमित पाराशर ने एक लघु आपराधिक वादों का निस्तारण किया और 2.5 हजार रुपया जुर्माना वसूल किए। तृतीय अपर सिविल जज(जूनियर डिविजन) सौरभ श्रीवास्तव ने एक लघु आपराधिक वादों का निस्तारण किया और 23 हजार रुपया जुर्माना वसूल किए। अपर सिविल जज (जूनियर डिविजन) एफटीसी सुश्री अवंतिका प्रभाकर ने एक दीवानी वाद व एक एन.आई एक्ट वाद निस्तारित किया। इस अवसर पर विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट बलराम पांडे ने 43 लघु अपराधिक वादों का निस्तारण किए और 13,700 रुपया जुर्माना वसूल कर राजकोष में जमा कराया। राजस्व वाद के नगर मजिस्ट्रेट एवं उप जिला अधिकारी व तहसीलदार एवं नायब तहसीलदारों के न्यायालयों द्वारा 1024 वादों का निस्तारण किया गया। नगर पालिका परिषद द्वारा 944 मामलों का निस्तारण किया गया तथा बीएसएनएल द्वारा टेलीफोन के 29 मामलों का निस्तारण किया गया और 1.16 लाख रुपया टेलीफोन बिल का बकाया वसूल किया गया। इस दौरान  राष्ट्रीय लोक अदालत में षस्टम अपर जिला जज अच्छेलाल सरोज, अपर सिविल जज राहुल, सुश्री इंदु वर्मा तथा वरिष्ठ लिपिक दीपक श्रीवास्तव, वरिष्ठ अधिवक्ता बद्री विशाल एवं समस्त न्यायिक कर्मचारी गण उपस्थित होकर सहयोग प्रदान किए।